कैसे सुधरे शिक्षा मित्र जब हुजूर ही बेपरवाह
रसड़ा (बलिया)। एक तरफ प्रदेश सरकार ने शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में सर्व शिक्षा अभियान चलाकर लोगों को शिक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए अभियान चला रही वहीं विकास के नाम पर अभिभावकों का दिल जीतना चाहती है दूसरी तरफ बलिया जनपद का परिषदीय स्कूलों के शिक्षक शासनादेश को अंगूठा दिखाकर लापरवाही बरत रहे हैं । ऐसा ही कुछ नजारा शिक्षा क्षेत्र रसड़ा के प्राथमिक विद्यालय मंदा पर देखने को मिला गांव के बच्चे 7 बजे ही स्कूल पर पहुंच गए
चिलचिलाती धूप के कारण बलिया जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगरौत ने बच्चों को धूप से बचाव के लिए परिषदीय स्कूलों का समय में बदलाव किया है सुबह सात बजे से 12 बजे तक बच्चे धूप से बचने के लिए समय से पहुंच जा रहें हैं मगर जिम्मेदार शिक्षा मित्र समय से नहीं पहुंचे अखण्ड भारत न्यूज़ संवाददाता ने एनपीआरसी नमोनारायण सिंह को अवगत कराया नमोनारायण सिंह ने कहा खण्ड शिक्षा अधिकारी को भी अवगत करा दिजिए वहीं प्राथमिक विद्यालय मंन्दा के प्रधानाध्यापिका असगरी खातून व सहायक अध्यापिका अनुराधा सिंह अपनी जिम्मेदारियों का सुबह 7 बजकर निर्वाहन करतीं देखी गई अखण्ड वहीं शिक्षा मित्र दो अनुपस्थित रहे
बताते चलें कि रसड़ा शिक्षा क्षेत्र में कुल 174 प्राथमिक विद्यालय वहीं इस विधालय पर अबतक नामांकन कागजों पर कक्षा 1 में 07, 2 मे 24 ,3मे19 ,4 में 21,5मे 22 टोटल 93 नामांकन क्षेत्रीय समाजसेवीयो ने सरकार से जनपद में इस विभाग को उच्च अधिकारियों से जांच ऐसे शिक्षकों को कठोर कार्रवाई कराने की मांग की है ।
पूरी खबर पर अखण्ड भारत न्यूज़ संवाददाता ने खण्ड शिक्षा अधिकारी प्रभात श्रीवास्तव से दूरभाष पर बताते हुए पिछले 10 अप्रैल के घटनाक्रम को अवगत कराया खण्ड शिक्षा अधिकारी प्रभात श्रीवास्तव ने कहा एनपीआर सी रिपोर्ट अभी नहीं दिया है रिपोर्ट मिलते ही होगी कार्रवाई ।
रिपोर्ट पिन्टू सिंह
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