'अखिलेश' ने 'रामगोविन्द' को सौंपी 'सनातन' को दिल्ली पहुंचाने की जिम्मेदारी
बलिया। समाजवादियों का गढ़ रही बलिया संसदीय सीट पर लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए सपा ने पूरा जोर लगा दिया है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस सीट पर पार्टी की रणनीति को धार देने के लिए दिग्गज नेताओं की फौज उतार दी है। उन्होंने यहां चुनाव संचालन के लिए नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय समेत वरिष्ठ नेताओं की टीम तय कर दी है।
यह जानकारी देते हुए सपा के जिला प्रवक्ता सुशील कुमार पांडेय 'कान्ह जी' ने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बलिया लोकसभा क्षेत्र के चुनाव संचालन व अन्य व्यवस्था चुस्त करने के लिए एक उच्चस्तरीय समिति बनाई है। इसके लिए उन्होंने पत्र जारी किया है।
इस उच्चस्तरीय टीम में रामगोविंद चौधरी व माता प्रसाद पांडेय के अलावा पूर्व मंत्री व विधायक शैलेंद्र यादव उर्फ ललई तथा पूर्व मंत्री राममूर्ति वर्मा को रखा है। बताया कि अखिलेश यादव ने इन नेताओं से कहा है कि शीघ्र ही क्षेत्र में पहुंच कर चुनाव व्यवस्था सुनिश्चित करें। यह भी सुनिश्चित करें कि लोकसभा क्षेत्र के सभी पांच विधानसभा क्षेत्रों में संलग्न सूची के अनुसार चुनाव कार्य सम्बंधित क्षेत्र के विधायक, पूर्व विधायक, पूर्व प्रत्याशी द्वारा पूर्ण कराएं। कान्ह जी ने बताया कि माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष जी ने बलिया लोकसभा क्षेत्र में जीत हासिल करने के लिए जिम्मेदारी तय करते हुए बूथ प्रभारी व सेक्टर प्रभारियों को उनके बूथों की मतदाता सूची उपलब्ध कराने सहित तमाम महत्वपूर्ण कार्य सौंपा है।
उन्होंने बलिया लोकसभा क्षेत्र के विधायक, पूर्व विधायक, जिलाध्यक्ष, विधानसभा अध्यक्षों से सहयोग कर प्रत्याशी सनातन पांडेय को भारी अंतर से जिताने का निर्देश दिया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चुनाव संचालन के लिए नियुक्त इन नेताओं को जिम्मेदारी दी है कि प्रत्येक बूथ पर कम से कम पांच महिला कार्यकर्ता तैयार किया जाना चाहिए। सभी विधानसभा क्षेत्र में चुनाव कार्यालय विधिवत प्रारम्भ कराने, आवश्यकतानुसार नुक्कड़ सभाओं तथा कस्बों व बाजारों में छोटी सभाओं का आयोजन कराने आदि की भी जिम्मेदारी दी है। पार्टी अध्यक्ष जी ने बसपा नेताओं व पदाधिकारियों से प्रत्याशी सनातन पांडेय के समर्थन में पूरा सहयोग सुनिश्चित कराने को कहा है। पार्टी नेतृत्व द्वारा वरिष्ठ नेताओं को अहम जिम्मेदारी दिए जाने से कार्यकर्ताओं में उत्साह है।
By-Ajit Ojha
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