अनूठी बारात : दुल्हन ने अदा किया दूल्हे का किरदार
बलिया। मंगलवार को जिला अस्पताल के कर्मचारी एक अनूठी बारात के साक्षी बने। इतना ही नहीं उनकी मौजूदगी में एक दुल्हन ने दूल्हे का किरदार अदा करते हुए बारात लेकर पहुंची। बारात में न तो बैंड बाजा था, ना ही कोई बाराती। बांसडीह कोतवाली क्षेत्र के राजा गांव खरौनी निवासी उमेश सिंह का तिलकोत्सव 15 मई को सम्पन्न हुआ था। बारात 19 मई को जानी थी, लेकिन 18 मई को ही उमेश के घर गैस सिलेंडर रिसाव से आग लग गयी। इस घटना में उमेश की मां राजेश्वरी देवी (62) बुरी तरह झुलस गयी, जबकि उन्हें बचाने में राजेश्वर सिंह (58), उमेश सिंह (25), संजय सिंह (35) व श्रीमती सिन्धु सिंह (30) घायल हो गये। सभी का उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है। चूंकि झुलसने के कारण उमेश बारात लेकर जाने की हालत में नहीं था। इसकी सूचना मिलने के बाद लड़की पक्ष के लोग शादी की तिथि आगे बढा़ने के चक्कर में थे। लेकिन धन्य है वह देवी स्वरूपा दुल्हन गुड़िया, जिसने अपने माता-पिता के सामने यह प्रस्ताव रख दिया कि चाहे जो हों, शादी उमेश से ही होगी और निर्धारित तिथि पर ही। नसीब हमारा खराब है या उमेश का, यह कोई नहीं जानता। गुड़िया ने यहां तक सवाल कर दिया कि यदि उमेश की जगह मेरे साथ ऐसी घटना हो गयी होती तो क्या होता? गुड़िया के सवालों के सामने निरूत्तर हुए उसके परिवार वालों ने इसकी सूचना उमेश के गांव दी। गुड़िया का हौसला देख उमेश भी निर्धारित तिथि पर ही परिणय सूत्र में बंधने की इजाजत दे दिया। बिहार राज्य के छपरा जनपद के उमधा निवासी राधा किशुन सिंह अपनी बेटी गुड़िया व अन्य परिजनों के साथ साधारण तरीके से जिला अस्पताल पहुंची। जिला अस्पताल के बर्न वार्ड की बेड पर पड़े दूल्हे राजा उमेश को बिना शूट-बूट के ही अस्पताल परिसर में स्थित मंदिर पर लाया गया, जहां दुल्हन की लिवास में लिपटी गुड़िया बैठी थी। उमेश की हालत देख गुड़िया की आंखों से आंसू टपकने लगा। शादी से पहले वहां का नजारा देख हर इंसानी आंख डबडबा गयी। सादे महौल में उमेश ने गुड़िया की मांग में सिन्दुर भरा। फिर दूल्हे राजा को उपचार के लिए अस्पताल में छोड़ गुड़िया ससुराल चली गयी। बाॅसडीह विधान सभा के कांग्रेस नेता रौशन सिह "चंदन "ने दुल्हन के जज्बे को सलाम करते हुए दोनों परिवारों को शुभकामनाएं दी है।
By-Ajit Ojha
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