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अग्नि देव की भेंट चढ़ा तीस लाख का सामान

सुखपुरा(बलिया)। कस्बा स्थित किराना की दुकानों में रविवार की देर रात विद्युत शार्ट सर्किट से लगी आग में लगभग 3० लाख का सामान जलकर नष्ट हो गया।स्थानीय चट्टी पर स्थित मंजीत गुप्ता,बीरबहादुर गुप्ता ने अपने-अपने किराना की दुकानों को बंद कर ऊपरी मंजिल पर रात को सोने चले गए। लगभग 10 बजे रात को उनकी दुकानों से धुआं और आग की लपटें.निकलते देख अगल-बगल के लोगों ने  चिल्लाना शुरू किया ।लोगों की चिल्लाहट सुन दुकान के मालिकान अपने घरों से निकलकर बाहर आ गए और सब के साथ मिलकर आग पर काबू पाने का प्रयास करने लगे इसके पूर्व लोगों ने ही फायर ब्रिगेड को आग लगने की सूचना दे दी थी। लगभग 1 घंटे बाद फायर ब्रिगेड की तीन-तीन गाड़ियां मौके पर पहुंच गयी।जवान आग पर काबू करने का प्रयास करते रहे बावजूद इसके आग पर नियंत्रण नहीं हो पा रहा था।इस बीच अग्निकांड में दोनों दुकानों के लाखों की संपत्ति जलकर नष्ट हो गई थी। फायर ब्रिगेड को आग बुझाने में काफी मशक्कत करना पड़ा कारण समीप में उन्हें पानी की काफी किल्लत उठानी पड़ी।बलिया से जाकर टैंकर द्वारा पानी लाना पड़ा बलिया आने-जाने के बीच के समय में आग ने विकराल रूप धारण कर लिया था। बाद में यही से करीब रात के 1 बजे के करीब 1 किलोमीटर दूर से पानी की व्यवस्था की गई तब फायर ब्रिगेड को लगातार पानी मिला उसने आग पर काबू पाया। सुबह 4 बजे तक आग पर नियंत्रण हो गया था। फायर ब्रिगेड की गाड़ी चली गई थी फिर 5 बजे सुबह एक बार पुनः उसी बिल्डिंग में आग की लपटें निकलने लगी सूचना पर तत्काल पहुंचे फायर ब्रिगेड ने एक घंटे की मशक्कत के बाद किसी तरह आग पर नियंत्रण किया।इसी क्रम में रात के 1:30 बजे मनजीत गुप्ता के किचन में तेज धमाके के सिलेंडर फट गया जिससे उसकी दीवार क्षतिग्रस्त हो गई धमाके की आवाज इतनी तेज थी की पूरा गांव दहल उठा लोगों को लगा कि कहीं बम तो नहीं फटा।अग्निकांड के 3 घंटे के बाद फायर ब्रिगेड के उच्चाधिकारी तबाकर हुसैन मौके पर पहुंचे और अपने कर्मचारियों  को निर्देश देने के बजाय लोगों से उलझ गए । थानाध्यक्ष नागेश उपाध्याय अपने पूरे दलबल के साथ आग को बुझाने में पूरी तरह सक्रिय देखे गए।जानकारी के अनुसार बीरबहादुर गुप्ता के मकान में विद्युत शार्ट सर्किट से पहले आग लगी जो धीरे धीरे मनजीत गुप्ता की दुकान से होते हुए रोहित गुप्ता और धन जी गुप्ता की दुकान को भी अपनी चपेट में ले लिया हालांकि लोगों ने रोहित और धनजी गुप्ता की दुकानों में रखे सामान को कठिन परिश्रम के साथ किसी तरह बचा लिया। कस्बे में इस तरह की अग्निकांड की घटना को देख लोग आश्चर्यचकित हैं और ईश्वर को धन्यवाद दे रहे हैं कि कोई कोई अनहोनी  नहीं हुई।


परिवार वालों का रो-रो कर बुरा हाल

अग्निकांड मे अपना सर्वस्व  होम कर देने वाले पीड़ित परिवारों की महिलाओं का रो-रो कर बुरा हाल हाल है। महिलाएं बिजली और समय को कोस कोस रो रही है।अग्निकांड से प्रभावित मकान सोमवार की सुबह तक दहक रहा था।



रिपोर्ट डाक्टर विनय कुमार सिंह

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