अनोखे अंदाज में मनाई 'माँ' की द्वितीय पुण्यतिथि
गड़वार (बलिया)। जिले के प्रतिष्ठित कारोबारी व समाजसेवी संजीव श्रीवास्तव 'बच्चा जी' की मां स्व. रीता श्रीवास्तवा की दूसरी पुण्यतिथि शनिवार को बेहद अनोखे अंदाज में मनाई गई। परिवार के सदस्यों ने गड़वार स्थित वृद्धाश्रम में जाकर वहां रह रहे बुजुर्गों व वृद्धों की सेवा की, उन्हें अंगवस्त्र से सम्मानित किया तथा भोजन आदि कराया।
स्व. रीता श्रीवास्तवा के चित्र पर पुष्पांजलि के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। वृद्धाश्रम में रहने वाली महिलाओं ने पारम्परिक देवी पचरा 'निमिया के डाढ़ि मईया लावेलो झुलुहुवा..' से की।अलग अलग कारणों से अपने परिवार से दूर रह रहे अन्य बुजुर्गों ने निर्गुण व भजन सुनाकर माहौल को बेहद भावुक बना दिया। इसके बाद स्व. रीता श्रीवास्तव के पुत्र व स्नोव्हाइट इम्पोरियम के डायरेक्टर बच्चा जी ने सभी महिला बुजुर्गों को साड़ी व पुरुष बुजुर्गों को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया। सभी ने एकसाथ बैठकर खाना खाया।
अपने सम्बोधन में वृद्धाश्रम के अधीक्षक घनश्याम सिंह ने कहा कि मां-बाप की सेवा से बढ़कर दुनिया मे कोई पुण्य कार्य नहीं है। स्व. रीता श्रीवास्तव के पुत्र व परिजनों का यह कार्य समाज मे दूसरे लोगों के लिए प्रेरणादायक है। बदलते जमाने में कई ऐसे पुत्र भी हैं जिनके लिए बुजुर्ग मां-बाप बोझ लगने लग रहे हैं। यह हम सबके लिए चिंता का विषय है। मां-बाप को खुद से अलग कर हम कभी तरक्की नहीं कर सकते। बुजुर्गों की सेवा हमारी संस्कृति की ताकत है।
इस अवसर पर समाजसेवी चंदन ओझा, अजीत सिंह रिंकु, मिथिलेश सिंह, गौरव कुमार, अमित गुप्त, सुमन चौरसिया, नितिन सिंह हैप्पी, त्रिभुवन गुप्त, अनुपम तिवारी आदि थे। वृद्धाश्रम के अधीक्षक घनश्याम सिंह ने सबके प्रति आभार जताया।
इस दौरान अनामिका श्रीवास्तवा,
हार्दिक श्रीवास्तव, मानवेन्द्र श्रीवास्तव, देवांग आदि थे।
रिपोर्ट प्रशांत कुमार अम्बुज
No comments