दयाछपरा में कचिया के कारोबारियों पर टूटा पुलिसिया कहर,एक गिरफ्तार
बैरिया, बलिया। थाना क्षेत्र के दया छपरागांव में रविवार को शराब के अवैध कारोबारियों पर एक बार फिर पुलिसिया कहर टूटा। जिसके परिणाम स्वरुप पुलिस ने भारी मात्रा में लहन नष्ट करने के साथ ही एक सौ लीटर से अधिक कच्ची शराब बरामद की। इस दौरान पुलिस ने विभिन्न मामलों में वांछित अपराधी को धर दबोचा।
बताया जाता है कि विगत दिनों प्रदेश के बाराबंकी जनपद में शराब पीने से दर्जनों लोगों की हुई मौत के बाद शासन के निर्देशानुसार पुलिस हरकत में आयी पुलिस समय-समय पर शराब के अवैध कारोबारियों के खिलाफ अभियान चला रही है। जिसके तहत रविवार को बैरिया सर्किल के क्षेत्राधिकारी उमेश कुमार यादव के नेतृत्व में बैरिया थाना प्रभारी अनिल चंद तिवारी, रेवती थाना प्रभारी राकेश सिंह, बैरिया पुलिस चौकी प्रभारी वीरेंद्र प्रताप दुबे, एसआई मोतीलाल, परमानंद त्रिपाठी, गजेन्द्र राय आदि पुलिसकर्मियों ने क्षेत्र के दयाछपरा गांव में अचानक घेराबंदी कर दी।
पुलिस की गाड़ियां देख कच्ची शराब का धंधा करने वाले भागने लगे। पुलिस ने दौड़ाकर टुनटुन पासवान पुत्र मुरुल पासवान निवासी दयाछपरा को दबोच लिया। टुनटुन कई आपराधिक घटनाओं में संलिप्त है, जो पुलिस की पकड़ से भागता रहा। पुलिस एक अन्य महिला को भी हिरासत में लेकर थाने चली गई। इस अभियान में पुलिस ने दस कुन्तल लहन नष्ट करने के साथ ही 100 लीटर से अधिक कच्ची शराब बरामद कर लिया। सर्वाधिक आश्चर्य तो यह है कि शराब कारोबारी लहन एवं शराब को डब्बे में भरकर ऐसे गंदे तालाब में छुपाए थे, जहां दिन में भी कोई सामान्य आदमी नहीं जा सकता। मुखबिर की सूचना पर पुलिस मुंह पर रुमाल रखकर वहां पहुंची और जब सर्च किया तो पानी में छुपाया गया लहन और शराब देखकर दंग रह गए। पुलिस ने ग्रामीणों को चेतावनी दिया कि इसके बाद भी अगर यहां कच्ची शराब बनाने का धंधा नहीं थमा तो संबंधित लोगों के खिलाफ सख्त काररवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि उक्त गांव में कुटीर उद्योग के रूप में वर्षों से यहां कच्ची शराब का धंधा होता रहता है और पुलिस समय- समय पर छापेमारी कर सामान्य धारा में एक- दो लोगों को चालान करती रही, परन्तु इस बार बाराबंकी में हुई घटना को लेकर पुलिस प्रशासन सतर्क हो गया है।
रिपोर्ट- धीरज सिंह
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