चेयरमैन व ईओं की जुगल बंदी के खिलाफ मंडलायुक्त से मिले सभासद
-कहा, बोर्ड के प्रस्ताव के अनुपालन में कोताही बरत रहे अधिशासी अधिकारी
बलिया। बीते 14 जून को नगर पालिका बोर्ड द्वारा नपा अध्यक्ष के वित्तीय पावर जब्त करने की कारवाई को नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी दिनेश विश्वकर्मा द्वारा ठंडे बस्ते में डाले जाने के विरोध में नगर पालिका के सभासदों ने गुरूवार को मंडलायुक्त से मुलाकात की और मामले में त्वरित कारवाई की गुजारिश की। इस दौरान सभासदों ने मंडलायुक्त को जहां कारवाई रजिस्टर की प्रमाणित प्रति दी, वहीं शिकायत पत्र के माध्यम से आरोप लगाया कि बलिया नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी बोर्ड के प्रस्ताव को ठंडे बस्ते में डालकर चेयरमैन संग लूट-खसोट में तल्लीन है। जिसका प्रमाण है कि बोर्ड की बैठक में चौदहवे राज्य वित्त के तहत हुए टेंडर को निरस्त कर दिया गया था।बावजूद इसके ईओं पुरानी निविदा प्रक्रिया के तहत नगर क्षेत्र में कार्य और भुगतान कर रहे है। इतना ही नहीं बोर्ड की बैठक हुए तकरीबन छह दिन व्यतीत हो गया, लेकिन ईओ ने बोर्ड द्वारा पारित प्रस्ताव और कारवाई से शासन को वाकिफ कराना अब तक मुनासिब नहीं समझा। सभासदों ने मंडलायुक्त से नगर पालिका के ईओ और चेयरमैन के खिलाफ त्वरित कारवाई की मांग करते हुए आरोप लगाया कि चेयरमैन एवं ईओं की भ्रष्टाचारी जोड़ी नगर पालिका के राजस्व को लूटने में लीन है। यही कारण है कि ईओ बोर्ड द्वारा पारित पांच सूत्रीय प्रस्तावों के अनुपालन में आनाकानी कर रहे है। मंडलायुक्त से मिलने वाले सभासदों में मुख्य रूप से संतोष सिंह लड्डू, ददन यादव, हरिशंकर राय, अमित दूबे, सुमित मिश्रा गोलू, लुत्ती यादव, शमसाद मुरैशी, विक्की खां, उमेश कुमार, सुभाष वर्मा, जूठन भारती, बब्लू गोंड, मनोज गुप्ता, विक्की कुमार, हीराजी आदि शामिल रहे।
By-Ajit Ojha
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