फर्जी के नाम पर पात्रों का कट रहा राशन कार्ड से नाम,खलबली
सुखपुरा,बलिया। केंद्र और प्रदेश सरकार आधार से राशन कार्ड को जोड़कर हजारों-हजार फर्जी यूनिट खारिज करने का दावा कर रही है, जबकि जमीनी हकीकत कुछ और ही नजर आ रही है। फर्जी यूनिट खारिज करने के नाम पर खाद्य एवं रसद विभाग पूरी तरह मनमानी पर उतर आया है। राशन कार्डों में अधिकांश पात्र लोगों का ही नाम खारिज कर दिया गया है। किसी के पिता का नाम, किसी के पत्नी का नाम, किसी के पुत्र-पुत्री का नाम और किसी के बहू का नाम बिना किसी जांच पड़ताल के खारिज कर दिया है। आज हालत यह है कि जिस परिवार में 5 लोग रहते हैं, उनमें चार लोगों का नाम राशन कार्ड से हटा दिया गया है और केवल उस घर की महिला का ही नाम रखा गया है। दस वाले सदस्यों के परिवार में बमुश्किल दो-तीन लोगों का ही नाम राशन कार्ड पर दर्ज है। शेष का नाम गायब कर दिया गया है। अगर सुखपुरा की बात की जाए तो यहां यहां सस्ते गल्ले की 6 दुकानें हैं। प्रत्येक दुकान से जुड़े राशन कार्डों में 300 से 400 यूनिट बिना किसी जांच के काट दिया गया है जबकि वास्तविकता इससे कोसों दूर है।
अब हालत यह है कि लोगों को अपने पूरे परिवार के लिए खाद्यान्न मिलना दूभर हो गया है। लोग अपने राशन कार्ड में अपना यूनिट बढ़ाने के लिए काफी परेशान हैं। साइबर कैफे से लेकर खाद्य एवं रसद विभाग जिला कार्यालय के यहां लोग चक्कर काट काट कर परेशान है। लोगों को समझ में नहीं आ रहा राशन कार्ड किस तरह दुरुस्त होगा ताकि उनके पूरे परिवार के सदस्यों के अनुरूप खाद्यान्न मिल सके ताकि उन्हें दो वक्त की रोटी के लाले ना पड़े। राशन कार्ड धारक विनोद, अनिल, सूरज, राजेश, राकेश, राहुल, रोहित आदि ने प्रदेश सरकार से राशन कार्ड कार्ड में काटे गए यूनिट की जांचोंपरांत जोड़कर तत्काल दुरुस्त करने की मांग की है।ताकि लोगों को उन्हें वाजिब खाद्यान्न मिल सके।
रिपोर्ट- डा.विनय कुमार सिंह
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