पहले की साफ-सफाई फिर मनायी आजाद की जयंती
बलिया । महान क्रांतिकारी शहीद चन्द्रशेखर आजाद की 163वीं जयंती जापलिगंज स्थित चन्द्रशेखर आजाद की प्रतिमा के समक्ष गंगा सेवा समिति के तत्वाधान में मनाई गयी। इसके पूर्व समिति के सदस्य प्रतिमा के पास पहुँचे तो वहां कि स्थिति देख आवाक रह गए जहां पर ना कोई सफाई की गई थी न ही नगरपालिका द्वारा तथा अन्य किसी अधिकारी व जनप्रतिनिधियों द्वारा एक पुष्प तक अर्पित नहीं किया गया था यह स्थिति सुबह से शाम तक बनी रही जिसे देख समिति के सदस्यों ने प्रतिमा सहित पार्क की सफाई की व माल्यार्पण कर जयंती मनायी। समिति के अध्यक्ष सागर सिंह राहुल ने कहा कि आजाद जी का प्रारम्भिक जीवन आदिवासी बहुल क्षेत्र स्थित भाबरा गांव में बीता था। कम उम्र में चन्द्रशेखर आजादी के लड़ाई में कूद पड़े पहली बार गिरफ्तार होने पर उन्हें 15 कोड़ों की सजा दी गई। हर कोड़े के बार के साथ वन्दे मातरम और महात्मा गांधी की जय का स्वर बुलंद किया। इसके बाद वे सार्वजनिक रूप से आजाद के नाम से पुकारे जाने लगे। कार्यक्रम में मुख्य रूप से राहुल कुमार माझील, राजप्रकाश, निलंकू भाई रौशन, चन्दन सिंह, मेंघन, आर्यन गुप्ता, आशु सोनी, राजन केशरी, कुलवर्धन ओझा, अनंत पाण्डेय, बब्लू सोनी, अमन कुमार, मुन्ना पाण्डेय, शैलेष कुमार, वेद प्रकाश आदि लोग उपस्थित रहे।
By-Ajit Ojha
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