थम गयी आफत की बरसात, चहुंओर दिख रहा बाढ़ सा मंजर
रेवती (बलिया)। स्थानीय विकास खंड के गंगा व घाघरा के तटवर्ती दर्जनों ग्राम सभाओं की हजारों एकड़ कृषि योग्य भूमि बरसाती पानी से लबालब भरने से नदी के बाढ़ सा दृश्य बन गया है । प्रसूत के पानी के चलते खरीफ की धान व मक्के की खेती भी अब प्रभावित हो रही है । सूखा के चलते 90 प्रतिशत खेतों की जुताई भी नही हो पायीं थी । इस बीच लगातार एक सप्ताह तक हुई बारिश खेतों में दोनो दो फीट पानी लगने से जुताई भी संभव नही हो पा रहा है । रेवती नगर से दखिन रेवती बैरिया मार्ग के दोनो तरफ चौरासी व करईल में चौबेछपरा , छेड़ी, नौवाबारा, लक्षमीपुर, कंचनपुर, अधैला, पचरूखा, पियरौटा, केवा, रामपुर आदि गांवों के कृषि योग्य भूमि जलाशय में तब्दील हो गयी है । रेवती नगर के उत्तर घाघरा दियरांचल के दतहा , भैंसहा, मरौटी , हडियाकला, नौवकागांव आदि की कृषि योग्य भूमि जलमग्न हो गयी है। वहीं कई गांव भी बरसाती पानी से घिरने से लोगों के घरों में पानी प्रवेश करने से उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
रिपोर्ट अनिल केसरी
रिपोर्ट अनिल केसरी
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