नियमों को तोड़कर वाहन चलाने वालों में दिखने लगा लेडी सिंघम का खौफ
बलिया। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर तैनात सदर कोतवाली थाना परिसर स्थित महिला थाना प्रभारी निलोफर इन दिनों जनपद में लेडी सिंघम नाम से जानी जा रही हैं और उनके महिला सशक्तिकरण का असर धीरे धीरे दिखाई देने लगा है। पिछले कई दिनों तक वाहन चेकिंग अभियान के दौरान हजारों का राजस्व अर्जित करने वाली थाना प्रभारी जब महिला दरोगा के रूप में सड़क पर वाहन चेकिंग करने निकलती हैं तो ट्रैफिक नियमों की अनदेखी कर वाहन चलाने वालों में हड़कंप मच जाता है। साथ ही बिना बिना हेलमेट और बिना बेल्ट लगाए वाहन चलाए जाने वालों चालक को रोककर बाइक अथवा चार पहिया वाहन की चाबी निकाल कर पूछती हैं। हेलमेट क्यों नहीं पहनी बेल्ट क्यों, नहीं लगाया क्या यातायात कि हिदायतों का और यातायात के नियम की जानकारी आपको नहीं है। उनके सवालों का सिलसिला यहीं नहीं थमता। लेडी सिंघम पूछती है कागजात कहां है। फिर वे बिना किसी से रोके टोके चालान काट दे रही हैं। महिला दरोगा का यह कारनामा देखने के लिए सड़कों के किनारे अक्सर भीड लग जारी रही है। वाहन चेकिंग के कारण बिना हेलमेट के अगर कोई स्टूडेंट उनकी जद में आ गया तो उसे स्टूडेंट के लहजे में तरह-तरह के जीके के प्रश्न जैसे प्रदेश का मुख्यमंत्री कौन है, नया राज्यपाल कौन बनाया गया है ,तुम्हारे प्रदेश की जनसंख्या क्या है, तुम्हारे जनपद के पुलिस अधीक्षक का नाम क्या है, पूछकर उसे बेल्ट और हेलमेट लगाने की हिदायत देने के बाद हेलमेट पहनकर डीएल और जरूरी कागजात साथ लेकर चलने की चेतावनी देते हुए छोड़ दे रही है और जो पार्टी पव्वा दिखाता है उसका चालान हो जा रहा है। महिलाओं के प्रकरण में जहां भी वे दलबल के साथ पहुंच रही हैं तो वहां हड़कंप मच जा रही है। लेडी सिंघम दरबार के खौफ से महिला उत्पीड़न करने वालों के बीच काफी खौफ देखा जा रहा है।
रिपोर्ट मुशीर जैदी
No comments