'कार्ड' के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे लोग
रसड़ा (बलिया)। एक तरफ सबका साथ सबका विकास का ढिंढोरा दूसरी तरफ सरकार आमलोगों को योजनाओ का लाभ पाने हेतु आधार से जोड़ने पर बल दे रही है। योजनाओ के साथ साथ नौकरियों में भी आधार अनिवार्य कर दिया गया है। यहां तक कि इनकम टैक्स जमा करने के लिए आधार अनिवार्य हो गया है। ऐसे में प्रधान डाकघर रसड़ा में दो हफ्तों से कर्मचारियों की कमी कहें या मशीनों की खराबी के चलते आमजनता आधार बनवाने के लिए सुबह से शाम तक ठोकरें खाने पर मजबुर है। रसड़ा प्रधान डाकघर में दो हफ्तों से लोग आधार कार्ड बनवाने के लिए भटक रहे हैं। आधार कार्ड न बन पाने के चलते किसी की नौकरी पर बन आई है तो कोई कॉम्पिटिशन का फॉर्म नहीं भर पा रहा है। बैंक में खाता खुलवाने, कॉम्पिटिशन फॉर्म भरने परीक्षा में शामिल होने के लिए भी आधार कार्ड होना जरूरी है। स्कूलों में एडमिशन के लिए भी आधार कार्ड मांगे जा रहे हैं। इसके चलते छात्र छात्राओं सहित अभिभावकों को भी आधार बनवाने के लिए परेशान होना पड़ रहा है। हालांकि हेड पोस्ट मास्टर से दूरभाष पर सम्पर्क किया मगर सम्पर्क नहीं हो सका ।
रिपोर्ट पिन्टू सिंह
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