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नीरज शेखर : कल तक थे सपाई आज हुए भाजपाई



‌नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के बेटे और पूर्व सांसद नीरज शेखर ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थाम लिया। पार्टी के दिग्गज नेता और पार्टी के महासचिव भूपेंद्र यादव की उपस्थिति में नीरज शेखर ने बीजेपी सदस्यता ग्रहण की। सोमवार को ही नीरज शेखर ने समाजवादी पार्टी से इस्तीफा दिया था। उन्होंने सपा की ओर से राज्यसभा सांसद के तौर पर भी अपना इस्तीफा सभापति वेंकैया नायडू को दिया था। जिसे राज्यसभा के सभापति ने स्वीकार भी कर लिया।

‌समाजवादी पार्टी छोड़ने और राज्यसभा सांसद के पद से इस्तीफा देने के अगले ही दिन नीरज शेखर भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा महासचिव भूपेंद्र यादव की उपस्थिति में भाजपा में शामिल होने के बाद नीरज शेखर पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मिलने पहुंचे। इस दौरान पार्टी के कई दिग्गज नेता भी मौजूद थे। नीरज शेखर का सपा छोड़ना पार्टी के लिए तगड़ा झटका माना जा रहा है। काफी समय से ऐसी खबरें आ रही थीं कि नीरज सपा नेतृत्व से नाराज चल रहे।



‌जानकारी के मुताबिक, इसकी मुख्य वजह ये थी कि नीरज शेखर लोकसभा चुनाव 2019 में पार्टी से बलिया सीट पर टिकट मांग रहे थे, इस बात की उम्मीद थी कि उन्हें टिकट मिल सकता है, हालांकि अंतिम समय में पार्टी ने सनातन पांडेय को उम्मीदवार बनाया दिया। बताया जा रहा है कि इसी को लेकर नीरज शेखर समाजवादी पार्टी आलाकमान से नाराज चल रहे थे। इस बीच सोमवार को उन्होंने बड़ा फैसला लेते हुए समाजवादी पार्टी के साथ-साथ राज्यसभा सांसद के पद से भी इस्तीफा दे दिया था।

‌बताया जा रहा है कि इसी को लेकर नीरज शेखर समाजवादी पार्टी आलाकमान से नाराज चल रहे थे। इस बीच सोमवार को उन्होंने बड़ा फैसला लेते हुए समाजवादी पार्टी के साथ-साथ राज्यसभा सांसद के पद से भी इस्तीफा दे दिया। बताया जा रहा कि नीरज शेखर ने वेंकैया नायडू से मुलाकात की थी और उन्हें बताया था कि उन्होंने स्वेच्छा से इस्तीफा दिया है और इस फैसले के पीछे किसी भी तरह की कोई मजबूरी नहीं है। इसके बाद राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने उनके इस्तीफे को स्वीकार कर लिया।

‌नीरज शेखर, पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के पुत्र हैं। उन्हें सपा मुखिया अखिलेश यादव का करीबी भी माना जाता था। 2014 लोकसभा चुनाव में जब नीरज शेखर हार गए थे तो पार्टी ने उन्हें राज्यसभा सदस्य के तौर पर संसद भेजा था, हालांकि अब उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दिया और इस फैसले के अगले ही दिन वो भाजपा में शामिल हो गए। ऐसा कहा जा रहा कि बीजेपी उन्हें यूपी से 2020 में राज्यसभा भेज सकती है। बता दें कि नीरज शेखर 2007 के  उपचुनाव और 2009 लोकसभा चुनाव में सपा से सांसद रहे। 2014 लोकसभा चुनाव में नीरज शेखर को बलिया लोकसभा सीट पर हार का सामना करना पड़ा था।




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