बारिश से गांवों में बाढ़ जैसे हालात, चलने लगी नाव
# ग्रामीणों के समक्ष पैदा हुआ रोजी-रोटी का संकट
# प्रशासन ने सुधि लेना नहीं समझा मुनासिब
गौरतलब है कि क्षेत्र में लगातार हुई बारिश से ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी जल जमाव से जनजीवन अस्त व्यस्त हैं। बरसात बन्द के बावजूद भी ग्रामीण क्षेत्रों के बहुतेरे गाँव के लोग अभी भी जलालत झेल रहे हैं। उदाहरण स्वरूप दुर्गीपुर गांव में अधिक जल जमाव होने व सम्पर्क मार्गों पर अत्यधिक पानी लगने से आने जाने का रास्ता बन्द है। उक्त गांव निवासी हर देव, शामदेव रामदेव, चन्द्रमा, हरि, योगीन्दर, प्रहलाद, देवनाथ, परमात्मा, रमेश, रणजीत, केदार, राम एक बाल, हीरामन, मुना सुघरी, इनद्रदेव, लालजी सहित आदि लोगों के घरों में पानी घुसा हुआ है। उक्त गांव के अधिकांश लोग रोजी रोटी के लिए बाहर गये हुए हैं। घर की महिलाएं घर में घुसे पानी से धीरे धीरे अपना समान समेट सुरक्षित स्थान पर ले जा रही है। हैरत की बात ये है कि नाविक के अभाव में सुग्रीम की पुत्री अंजु स्वयं अपने हाथों से नाव खेकर व अपने घर की औरतों को बैठाकर सुरक्षित स्थान पर ले जा रही थी। युवती द्वारा नाव खेकर ले जाने पर बहुतेरे लोगों ने हिम्मत की सराहना की। वहीं ग्रामीणों का कहना था कि हम लोग जल जमाव से जललात झेल रहे, लेकिन प्रशासनिक अमला आज तक सुध लेने तक नहीं पहुंचा ।
रिपोर्ट राममिलन तिवारी
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