गांव पहुंचा सीआरपीएफ के जवान का शव, कोहराम
सिकन्दरपुर, बलिया। ऑन ड्यूटी हृदय गति रुक जाने से सीआरपीएफ के जवान की हुई मौत के बाद मंगलवार को सुबह उनके पैतृक गांव सिसोटार में उनका शव सेना के जवान लेकर आए। शव के आखरी दर्शन हेतु जवान के दरवाजे पर सैकड़ों स्त्री व पुरुष इकट्ठा हो गए थे। वही गांव के पश्चिमी छोर पर गार्ड ऑफ ऑनर के साथ जवान को अंतिम विदाई दी गई। जिस समय जवान को अंतिम विदाई दी जा रही थी सैकड़ों की संख्या में मौजूद लोगों के आंख के आंसू रोक नहीं रहे थे। जवान अपने पीछे अपनी पत्नी दो पुत्रियां तथा एक पुत्र छोड़ गए हैं। मुखाग्नि जवान का 15 वर्षीय पुत्र सत्यम ने दिया।
रविवार को सुरेंद्र राम के पैर में तेज दर्द व तेज बुखार था, जिसकी सूचना सुरेंद्र राम ने अपने उच्चाधिकारियों को दी जिसके बाद आनन-फानन में सीआरपीएफ के जवानों ने उसे सेना के एक हॉस्पिटल में पहुंचाया जहां पर इलाज के दौरान हार्ड अटैक होने से सुरेंद्र राम की मृत्यु हो गई जिसकी सूचना सीआरपीएफ के उच्चाधिकारियों ने मृत जवान के परिवार को दी, जिसके बाद पूरे परिवार मे कोहराम मच गया, बतातें चलें कि उक्त मृतक जवान ने सन् 1987 मे सीआरपीएफ ज्वाइन किया था, वे अरुणांचल प्रदेश मे बटालियन जी-152 मे तैनात थे, अभी पिछले महीने ही छुट्टी पर 10 जुन को ही घर आयें थें और 13 जुलाई को ड्यूटी ज्वाइन करने अपने घर से अरुणांचल प्रदेश के लिए रवाना हुए थे, मृतक जवान अपने चार भाई व पांच बहनों मे सबसें बड़े थे, सीआरपीएफ के जवान की मौत की खबर सुनते ही सोमवार की अल-सुबह से ही क्षेत्रीय लोगों का मृतक के घर पर आने जाने वाले लोगो का तांता लगा रहा, वहीं जवान का पार्थिव शरीर सोमवार की देर शाम तक सिसोटार गांव पहुचने की उम्मीद परिवार के अन्य सदस्यों द्वारा जताई गई हैं।
By-SK Sharma
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