फिर बोतल से बाहर आया एमडीएम का ‘जिन्न’
-मध्याह्न भेजन को तरसे बच्चें
रेवती,बलिया। शहीद प्राथमिक विद्यालय के एमडीएम का जिन्न एक बार पुनः मंगलवार को प्रकट हो गया। जुलाई माह के प्रथम पखवारे में एमडीएम बंद होने के बाद दूसरी बार शहीद स्मारक प्राथमिक विद्यालय रेवती के बच्चों को मंगलवार को भूखे पेट वापस घर लौटना पड़ा। विगत पखवारे उक्त प्राथमिक विद्यालय के अध्यापक और रसोइया के बीच हुए मारपीट के बाद बीईओ अवधेश राय ने जांच और काररवाई पूर्ण होने तक मिडिल स्कूल के प्रधानाध्यापक अब्दूल रहीम को एमडीएम की जिम्मेंदारी सौपीं थी। मंगलवार की सुबह प्राथमिक विद्यालय का खाना न बनने की खबर मिलने के बाद नगर पंचायत के चेयरमैन प्रतिनिधि अजय शंकर पाण्डेय कनक, सभासद शम्भू कांत तिवारी और घूरा राजभर के साथ स्कूल पहुंच कर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यहां के एमडीएम को लेकर नगर पंचायत तीन पत्र शिक्षा विभाग को लिख चुका है।लेकिन संबंधित विभाग के अधिकारी मामले का समाधान करने के बजाय समस्या पैदा कर शासन के मंशा के विपरित कार्य कर रहे है। चेयरमैन प्रतिनिधि ने आरोप लगाया कि मानक और मीनू के हिसाब से खाना बनाने की जगह केवल खाना पूर्ति की जा रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानाचार्य और रसोइया के बीच मारपीट के मामले को भी जान बूझ कर यहां के शिक्षको ने बड़ा बना दिया। अगर विभाग के अधिकारी दोनो पक्षों की बात को सुनकर न्यायोचित निर्णय समय से ले लिए होते तो पुनः एमडीएम बंद होने की घटना की पुरनावृति नही होती।
इस संदर्भ में प्रधानाचार्य अब्दुल रहीम ने बताया कि वर्क लोड के चलते रसोइयों ने खाना बनाने से इंकार कर दिया है, जिसकी वजह से प्राथमिक विद्यालय का खाना नहीं बना। यह सूचना उच्चाधिकारियों को दे दी गई है। वहीं इस मामले में एमडीएम के जिला समन्वयक अजीत पाठक ने बताया कि यह मामला हमारे संज्ञान में नहीं है। अगर ऐसी बात है तो बच्चों के मध्यान भोजन की व्यवस्था का कार्य तुरंत किया जाएगा।
रिपोर्ट- अनिल केसरी
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