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श्रावण मास के प्रथम सोमवार को बम-बम हुई भृगु नगरी


बलिया। श्रावण मास का प्रथम सोमवार शिव भक्तों के सिर चढ़कर बोला। खासतौर पर महर्षि भृगु की तपोस्थली बलिया में तो चहुंओर नजारा बम-बम दिखा। पहली सोमवारी को शिव भक्त जहां अलसुबह मंदिरों में अपने आराध्य शिव का अभिषेक करते दिखे वही महिलाएं भजनों के माध्यम से महादेव को रिझाने के प्रयास में जुटी रही। नगर स्थित बाबा बालेश्वर नाथ मंदिर समेत अन्य शिवालयों में चार बजे सुबह से ही भक्तों की भीड़ जुटने लगी। कतार बद्ध होकर शिवभक्त बालेश्वर नाथ का जलाभिषेक करते रहे। यह क्रम दिन भर बदस्तूर रहा। सुरक्षा के नजरिये से प्रशासन मुस्तैद रहा और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए मंदिर परिसर में बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों की तैनाती की गयी थी। इसके अलावा महिला  श्रद्धालुओं की हिफाजत के लिए महिला पुलिस कर्मियों की तैनाती की गयी थी। इसके अलावा बड़ी तादाद में देवघर स्थित बाबा बैजनाथ के दर्शन को कावरियों का जत्था भी रवाना हुआ। 

डीएम ने शिव मंदिरों का किया निरीक्षण


श्रावण के पहले सोमवार के दिन जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगारौत के साथ पुलिस अधीक्षक देवेंद्र नाथ ने बेरुआरबारी के ग्राम असेगा में स्थित शिव मंदिर एवं कारों में कामेश्वर धाम तथा चितबड़ागांव के थानों का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान शिव मंदिरो पर  पुलिस की ड्यूटी लगाई गई है। उन्होंने बताया कि शिव भक्तों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए। अगर शिव भक्तों की ज्यादा भीड़ होती है तो सभी शिव भक्तों को लाइन में लगाकर अंदर प्रवेश करने का निर्देश दिया। सभी पुलिस विभाग को निर्देश दिया कि समय पर उपस्थित होकर अपनी ड्यूटी निभाए। सभी अधिकारी/ कर्मचारी को कार्य सौंपा गया है उस कार्य को समय से पूर्ण करने का निर्देश दिया। 

हर-हर महादेव के उद्घोष से गुंजायमान हुआ लखनेश्वरडीह


रसड़ा, बलिया। सावन महिने के प्रथम सोमवारी को क्षेत्र के विभिन्न देवाधिदेव महादेव के मंदिरों पर पूजा अर्चना व भोले बाबा को जलाभिषेक करने के लिये श्रद्धालुओं का दिन भर तातां लगा रहा। इसी क्रम में बलिया जनपद के रसड़ा तहसील क्षेत्र का ऐतिहासिक व पौराणिक स्थल लखनेश्वरडीह किला स्थित बाबा लखनेश्वर महादेव मंदिर में अर्धरात्रि से ही  श्रद्धालु महिलाओं पुरुष, युवतियों व युवाओं के भीड़ का सैलाब उमड़ा रहा। जिससे पूरा क्षेत्र हर-हर महादेव के अनुगूंज व भक्ति भावना से सरावोर रहा।  श्रद्धालुजन तमसा नदी में स्नान ध्यान करनें के बाद मंदिर पहुंच पंक्तिबद्ध हो भूगर्भ में स्थित बाबा को जलाभिषेक किया। इसके बाद श्रीहरि विष्णु भगवान का भी दर्शन पूजन किया। जहां मंदिर के महंत दीनदयाल दास उर्फ बालक बाबा श्रद्धालुओं में प्रसाद वितरण कर आशीर्वाद प्रदान किया। विशेष रूप से सुरक्षा के मद्देनजर बाबा लखनेश्वर नाथ महादेव मंदिर पर अपर्याप्त संख्या में महिला व् पुरुष पुलिस कर्मी तैनात रहे। जिससे श्रद्धालुओं को दर्शन पूजन अर्चन करने में बेकाबू भीड़ व दुर्व्यवस्था का सामना करना पड़ा। जिससे श्रद्धालुओं में  नाराजगी देखी गयी। इसी प्रकार अमली बाबा शिव मन्दिर, श्रीनाथ बाबा मठ स्थित क्षेत्र के विभिन्न शिवालयों पर भी दिन भर श्र(ालुओं का तातां लगा रहा।    


सावन में भक्तों की मुराद पूरी करते हैं धनेश्वर नाथ

रतसर,बलिया। जिला मुख्यालय से तकरीबन 17 कि.मी. दूरी पर धनेश्वर नाथ का मन्दिर स्थित है। बलिया-सिकन्दरपुर राष्ट्रीय राजमार्ग से तीन कि.मी. पचखोरा-रतसर मार्ग के बीच धनौती गांव स्थित धनेश्वरनाथ शिव मन्दिर एतिहासिक और पौराणिकता को स्वयं समेटे हुए जन आस्था का प्रमुख केन्द्र है। यहां आम दिनों में अच्छी खासी भीड़ रहती है। लेकिन श्रावण मास एवं शिवरात्रि के अवसर पर आस्था का जनसैलाब उमड़ जाता है।

जनश्रुतियों के अनुसार सदियों पहले यह क्षेत्र जंगल से आच्छादित था। चरवाहे अपने पशुओं को लेकर आया करते थे। इसी बीच एक दिन एक चरवाहा अपने पशुओं को छोड़कर एक पेड़ के नीचे विश्राम कर रहा था। उसे बड़ी जोरों की भूख लगी थी। अचानक उसके सामने भोजन की थाली प्रकट हो गई। इस मंजर को देख चरवाहा अचंभित हो गया और इधर-उधर नजर दौड़ाया तो देखा कि भोजन की थाली के निकट आधी धंसी एक शिवलिंग विराजमान है। इस दृश्य को देख चरवाहे ने गांव वालों को पूरा वृतांत बताया। तबसे गांव ही नही क्षेत्र के लोगों की भीड़ इस स्थान पर पहुंचकर शिवलिंग की पूजन एवं अर्चन करने लगे। जनपद के प्रमुख शिवमंदिरों में धनेश्वरनाथ शिवमंदिर भी शुमार है। मन्दिर परिसर में जो भी श्रद्धालु दर्शन के लिए आते है। उन्हें दिव्य अलौकिक शान्ति की अनुभूति होती है। यहां रोजाना प्रवचन का कार्यक्रम होता रहता है।

पूजारी जगत नारायनदास ने बताया कि यह अति प्राचीन मन्दिर है। भगवान भोलेनाथ यहां आने वाले हर भक्त पर अपनी कृपा बरसाते है। बाबा के दर्शन से लोगों की मनोकामना पूर्ण हो जाती है। व्यवस्थापक फलाहारी महाराज प्रेमदास जी बताते हैं कि सावन मास के महीने में भक्तों का रेला लगा रहता है। बाबा के दरबार में श्र(ालुओं को कोई परेशानी न हो इसके लिए गांव के ही युवकों की टोली सेवा में सदैव तत्पर रहती है। साथ ही समय-समय पर मन्दिर में धार्मिक अनुष्ठान के साथ-साथ हमेशा भजन कीर्तन एवं प्रवचन का कार्यक्रम अनवरत चलता रहता है। कोशिश यही रहती है कि सब कुछ शान्तिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हो जाए।

शिव मंदिरों में उमड़ा भक्तों का हुजूम

सिकन्दरपुर, बलिया। सावन की प्रथम सोमवारी पर क्षेत्र भर के शिवालयों में भगवान आशुतोष का जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। विशेष पूजा करके गंगाजल, दूध - दही बेल पत्र से जलाभिषेक किया। पूरे दिन मंदिरों में हर -हर महादेव, बोल बम- बम का जयघोष गूंजता रहा। सोमवार को सुबह से ही मंदिरों में पूजन और जलाभिषेक के लिए श्रद्धालु पहुंचने शुरू हो गए थे। नगर के डोमनपुरा स्थित चतुर्भज नाथ मंदिर, जल्पा मंदिर, कल्पा मंदिर, काली मंदिर, कठघरा स्थित शिव मंदिर, कठौंड़ा स्थित शिव मंदिर सहित अन्य मंदिरों में पूजा अर्चना कर जलाभिषेक किया गया। श्रद्धालुओं ने गंगा जल, बेल पत्र, दूध दी, शहद पंचामृत से जलाभिषेक कर परिवार की सुख समृद्धि की मनोकामना मांगी। 

शिवालयों में लगा रहा भक्तों का तांता

गड़वार,बलिया। श्रावण माह के प्रथम सोमवार को गड़वार सहित क्षेत्र के शिवालयों में भगवान शिव के जलाभिषेक एवं पूजन-अर्चन हेतू श्र(ालु-भक्तों की काफी भीड़ रही। कस्बे के शिवशक्ति मंदिर के प्रांगण में भोर से हीश्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। इस अवसर पर रुद्राभिषेक, भजन-कीर्तन सहित विभिन्न तरह के कर्मकांड किये गये। पूजन का कार्य पुजारी अवधेश गिरी द्वारा कराया गया।गोपाल गुप्ता,मोती पटेल, अंजनी गुप्ता, संदीप चौरसिया, सिंटू ठाकुर, छोटू पुष्पक, सुशील पुष्पक, राहुल गुप्ता आदि लोग मंदिर की व्यवस्था में लगे रहे। भीड़ को देखते हुए पर्याप्त पुलिस फोर्स की व्यवस्था रही तथा थाना प्रभारी इंस्पेक्टर नागेश उपाध्याय मय फोर्स सहित क्षेत्र का चक्रमण करते रहे।

शिव के जलाभिषेक को उमड़े लोग

रेवती,बलिया। सावन के प्रथम सोमवारी को नगर क्षेत्र के विभिन्न शिव मंदिरों में जलाभिषेक के लिए लोगों का सुबह से तांता लगा रहा। नगर के बड़ी बाजार शिवाला , मठिया बाजार स्थित चद्रमौली महादेव,उत्तर टोला बुढवा शिव मंदिर, दुर्गा स्थान, बड़कागढ, दहतीरे महादेव स्थान सहित झरकटहा, दतहा, तिलापुर, भोपालपुर, हडियाकला, कुशौरीकला, गायघाट, पचरूखा, त्रिकालपुर, दलछपरा, श्रीनगर, चौबेछपरा, छेड़ी, भाखर, कोलनाला आदि ग्राम सभाओं में शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही।

भांग, धतूर के साथ अर्पित किया शिव को बिल्वपत्र

मनियर, बलिया।  श्रावण मास के प्रथम सोमवारी को क्षेत्र के हर एक शिव मन्दिर कस्बा के चानदूपाकड, पहाड़ी रोड़, बडीघ्बजार, उतर टोला, व ग्रामीण क्षेत्रों के बसस्टैंड, बडागावं रीगवन, विशुनपुरा, पटखौली, मुड़ियारी, गंगापुर, पिलूई, बहदुरा सहित आदि गांवों में बने शिव मन्दिरों पर  सुबह चार बजे से ही श्रध्दाजलुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। गंगा नदी से जल भरकर अपने साथ लाये शिव भक्तों ने जलाभिषेक किया। वहीं गावं के ब्रती महिलाओं व कुआँरी कन्याओं ने नये वस्त्रों के साथ मंगल गीत गाते हुए अपने अपने नजदीकी मन्दिरों पर पहुंची। तथा भोले शंकर को गंगा जल व गाय के दूध से स्नान कराने के बाद भाँग, धतूर बेलपत्र, फूल, गुड़ मिश्री, फल, मनभोग सहित आदि का चढ़ावा चढ़ाया। घीव के बत्ती के आरती उतारी। का लेके शिव के मनायी हो, शिव मानत नाही। सहित अनेक गीत गाकर भोले शंकर को प्रसन्न करने में जुटी हुई थी।बाबा का मन्दिर  दिन भर घरी घंटे बजने व जयकारों से गूंजता रहा। कोई अप्रिय घटना ना घटे इस लिए पुलिस बल भी हर मन्दिरों पर तैनात रही।


By-Ajit Ojha/ Pintu singh / Dhanesh Pandey/ SK Sharma / prashant Kumar Ambuj / Anil Kesri / Ram Milan Tiwari

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