बरसाती पानी से खेत बने तालाब, फसल चौपट
रेवती (बलिया)। पिछले पखवारे हुई भारी वर्षा के पश्चात इधर पुनं रूक रूक कर हो रही बारिस के चलते हजारों एकड़ कृषि योग्य भूमि बरसाती पानी से जलाशय में तब्दील हो गयी है । जिन खेतों में धान व मक्के की फसले बोयी गई थी वह तो बर्बाद हो चुकी है । वहीं खेतों में जल जमाव के चलते खरीफ की फसल की बुवाई भी अब संभव नही हो पा रहा हैं । रेवती नगर के दक्षिण खानपुर , डुमरिया,अधैला , दुधैला, पचरूखा, कंचनपुर , केवा, पियरौटा, चौबेछपरा ,छेड़ी , दलछपरा, भाखर, बघमरिया , वशिष्ठ नगर प्लाट , नौवकागांव, जमधरवा, दतहां , हडियाकला लगायत चौरासी व घाघरा दियरांचल के दर्जनों गांव में जल प्लावन की समस्या से हजारों किसान प्रभावित है । अधिकर किसान धान की रोपनी भी नही कर पा रहें है ।
क्षेत्र में यमुना ड्रेन , कोलनाला, दहताल, नारीतीर नाला ,घाघरा के पुराने छाडन सहित समस्त ताल तलैया पहले से पानी से लबालब भरे हुए है । किसानों की खरीफ की फसल प्रभावित होने भविष्य में भुखमरी की आशंका से छोटे बड़े कास्तकार चिन्तित है । अभी तक प्रशासनिक स्तर पर क्षति का सर्वे नही होने से किसानों में गहरा आक्रोश ब्याप्त है ।
रिपोर्ट अनिल केसरी
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