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खेल फर्जीवाड़े का: नामांकन के नाम पर लगाया शतक उपस्थिति नगण्य


रसड़ा,बलिया। एक तरफ प्रदेश सरकार ने शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में सर्व शिक्षा पर करोड़ों रुपए खर्च कर अभियान चला रही है वहीं दूसरी तरफ विद्यालय शिक्षक शासनादेश को अंगुठा दिखाकर लापरवाही बरत रहे हैं। एसा ही  नजारा सोमवार को  शिक्षा क्षेत्र रसड़ा के प्राथमिक विद्यालय कमतैला पर देखने को मिला। जहां  शिक्षामित्र अन्तिका गुप्ता समय से उपस्थित होकर चार बच्चों को पढ़ा रहीं थीं ।
बताते चलें कि प्राथमिक विद्यालय कमतैला पर प्रधानाध्यापक राम अवतार, सहित एक सहायक अध्यापिका व दो शिक्षामित्र नियूक्त है मगर जिम्मेदार प्रधानाध्यापक सहित सहायक अध्यापिका व एक शिक्षा मित्र सुबह 9 बजे तक  नदारद रहे। आनन-फानन में पहुंचे प्रधानाध्यापक अपना कार्यकाल खोलकर व्हाटसएप पर लग गये।

तभी संवाददाता ने ध्यान आकृष्ट कराया की दोनों भवनों का ताला खुलवाया दिजिए और नामांकन कितना उपस्थित कितना है और स्कूल खोलने का समय क्या है। प्रधानाध्यापक राम अवतार ने बतलाया कि नामांकन टोटल 103 है। उपस्थित चार भवन ताला बंद पर उन्होंने बताया कि आज नागपंचमी है आज बच्चें नहीं आयेंगे। 
ऐसे जबाव जिम्मेदार देंगे तो देश के भविष्य के साथ खिलवाड़ होना लाजमी है।  हालांकि परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों की लापरवाही पर ध्यान रखने के लिए शासन स्तर से कई तरह के प्रावधान किए गए हैं। पहला यह कि कक्षा शुरू होने से पहले शिक्षक बच्चों के साथ सेल्फी लेकर अपने खण्ड शिक्षा अधिकारी को भेजेंगे। वहीं अधिकारियों के लिए यह विकल्प दिया गया है कि वह विद्यालय अवधि में कभी भी किसी विद्यालय के प्रधानाध्यापक या शिक्षक के मोबाइल पर काल कर, वहां मौजूद बच्चों से भी बात कर मौके की स्थिति की जांच पड़ताल करेंगे। मगर पूर्वांचल के पूर्वी छोर बलिया शिक्षा क्षेत्र में दूर दूर तक निर्देश दिखाई नहीं पड़ रहा है। यहीं कारण है कि परिषदीय विद्यालयों में तमाम सरकारी टोटकों के बावजूद बच्चों की तादाद में वृ(ि नहीं हो पा रही है। यह बात दीगर है कि जुगाड़ के खेल में माहिर प्रधानाध्यापक रजिस्टर में अपने हुनर का प्रदर्शन कर उच्चाधिकारियों को यह समझाने में सफल रहते है कि सरकारी स्कूलों में बच्चें की उपस्थिति में बढ़ोत्तरी हो रही है।                

बावजूद इसके शैक्षणिक हालत सुधरते नहीं दिख रहे हैं। शिक्षकों की लापरवाही के कारण पठन-पाठन की स्थिमि लगातार बदत्तर होती जा रही है। फर्जी तौर बच्चों का नामांकन कर रजिस्टर में नाम दर्ज कर लिया जाता है मगर धरातल पर संख्या के अनुसार स्कूल में नहीं पहुंच रहे हैं। ऐसा ही मामला प्राथमिक विद्यालय कमतैला पर देखने को मिला जहां नामांकन संख्या के अनुपात में मात्र 4 छात्र उपस्थित रहे। मगर हुजूर एमडीएम में शनिवार तक 50 भरा गया था। इस पूरे खबर को खण्ड  शिक्षा अधिकारी प्रभात श्रीवास्तव को अवगत कराने के लिए उनके मोबाइल फोन पर सम्पर्क किया गया,लेकिन सम्पर्क नहीं हो सका।
अब देखना है कि खण्ड शिक्षा अधिकारी मोटी तनख्वाह लेकर बच्चों के भविष्य से खेलने वाले लापरवाह प्रधानाध्यापक सहित सहायक अध्यापिका पर कार्रवाई करते हैं या उन्हें अभयदान देते हैं।

रिपोर्ट पिन्टू सिंह

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