गंगा की उतरती लहरों ने मचाई तबाही... ग्रामीणों की सांसे हुई तेज
रामगढ़,बलिया । शुक्रवार की सुबह लगभग चार बजे स्थानीय क्षेत्र के गंगापुर एनएच - 31 के किनारे गंगा की उतरती लहरों ने अचानक उग्र रूप धारण कर लिया जिससे आधा दर्जन लोगों का मकान गंगा नदी में विलीन हो जाने से अफरातफरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी। गंगा के विकराल रौद्र रूप धारण करने के बाद सोहरा कटान शुरू होने से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया। कटान की तीव्रता ने लोगों को सोचने तक का भी मौका नहीं दिया। गंगा नदी की धारा से राष्ट्रीय राज्यमार्ग - 31 के महज 15 मीटर दूर कटान का सिलसिला अनवरत जारी है, जिससे प्रशासन की नींद हराम है बाढ़ विभाग के अधिकारियों द्वारा करोड़ों रुपए खर्च करने के बावजूद कटान थमने का नाम नहीं ले रहा है जिससे ग्रामीणों में आक्रोश का माहौल बना हुआ हैं। कटान रोकने के लिए हरे पेड़ों की बली दिया जा रहा हैं फिर भी स्थिति जस की तस बनी हुई हैं। कटान रोधि कार्य उट के मुंह में जीरा का कार्य साबित हो रहा हैं।
गंगापुर के सामने डेन्जर जोन बना एनएच - 31
गंगा की धारा सिकुड़ने के बाद आचानक बुलबुला कटान लगने से गंगापुर के समीप राष्ट्रीय राज्यमार्ग -31 डेन्जरजोन बन चुका है गंगा नदी की धारा एनएच 31 से महज 15 मीटर की दूरी पर बह रही हैं स्थिति इतनी भयानक रूप धारण कर लिया है कि नेशनल हाईवे कभी भी गंगा के खौफनाक मंजर के बीच चढ सकता हैं जिससे लाखों की आबादी काल के गाल मे समा सकती हैं। गंगा के रौद्र रूप के आगे प्रसाशन बौना बना हुआ है । इस भयानक तस्वीर को देखकर प्रशासन के हाथ-पाँव फुलने लगा । मौके पर पहुंचे बाढ़ विभाग के अधिकारी और ठीकेदार स्थिति को बिगडते देख मौके से फरार हो गए जिसके बाद ग्रामीणों सम्भाला मोर्चा ।
किन - किन लोगों की मकान गंगा में हुआ समाहित
गुरुवार की रात एक बजे से गंगा नदी का रुख गंगापुर राष्ट्रीय राज्यमार्ग के तरफ अपना रूप अख्तियार कर लिया जिससे दर्जनों लोगों का मकान गंगा की गोद में समाहित हो गया । यह सिलसिला गंगापुर से लेकर केहरपुर तक लगातार चलता रहा ? जिसके चपेट में आकर गंगापुर के सरिता देवी,अमरजीत, शाहादेव, सर्वजीत, गामा, फुलझरिया,संतोष,दद्दन, श्रीकिशुन,नन्दलाल यादव का आशियाना गंगा के सोहरा कटान में पूर्ण रूप से विलीन हो गया।वहीं सरिता देवी के घर में यह संयोग ही रहा कि रात में पुरा परिवार कहीं बाहर गया हुआ था जिसके कारण घर से किसी प्रकार का कोई भी सामान बाहर नहीं निकल सका ।इसके साथ ही बैरिया तहसील के अवशेष बचे आदर्श ग्राम पंचायत केहरपुर मे शुक्रवार की सुबह चार बजे भंयकर कटान शुरू होने से अनील ओझा, बीरजू ओझा, रमेश कुमार ओझा आदि का भी घर कटान का भेंट चढ़ गया।गंगा नदी की धारा चहुंओर तबाही की कहानियां लिख रही हैं जिसकों देखकर लोग सदमें मे पडे़ हुए हैं और हर बार की तरह शासन प्रशासन चैन की नींद सो रहा है।
पल-पल बदलता रहा खौफनाक तस्वीर, फिर दिखा तबाही का मंजर
गुरुवार की रात लगभग एक बजे गंगा की उतरती लहरों ने गंगापुर में बर्बादी की कहानी लिखने के लिए बदस्तूर हो गई जिससे राष्ट्रीय राज्यमार्ग के उत्तर दिशा में रहने वाले लोगों की नींद हराम हो गयीं। रात में स्थिति को देखते हुए ग्राम सभा गंगापुर के प्रधान श्यामकैलाश ने सैकड़ों लोगों के साथ कटान को रोकने के लिए प्लास्टिक की बोरी मे ईंट भरकर गंगा नदी की धारा को मोडने के लिए डालना शुरू कर दिया। जिसका सभी ने तारीफ किया तो वहीं प्रशासन की बेरुखी से सबको निराशा हाथ आ रही है। यक्ष प्रश्न ये है कि आखिर कब तक और कितनी रिहायशी मकानों और खेत खलिहानों की बर्बादी का मंजर दिखता रहेगा ?
रिपोर्ट-रवीन्द्र नाथ मिश्र
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