सच हुई आशंका: धराशाई हुआ जनेश्वर सेतु का एप्रोच
-कटा दर्जनों गांवों का जिला मुख्यालय से सम्पर्क
बलिया। श्रीराम गंगा घाट पर बने पक्के पुल के एप्रोच मार्ग को लेकर जो आशंका की जा रही थी, वह अंततोगत्वा सच सि( हुई एवं गंगा की उतरती लहरों ने उसे धाराशाही कर महीनों से जारी गंगा उस पार जाने की आवागमन की सुविधा को झटके में विनष्ट कर डाला। पक्के पुल के उत्तरी छोर पर सड़क के रूप में बना माटी का टीला गंगा के तेज तेवर को नहीं सह सका। गुरूवार को आवागमन पूरी तरह अवरू( हो गया।गौरतलब है कि गत छः महीने से श्रीरामपुर गंगा घाट पर पक्के पुल के निर्माण के साथ ही आवागमन के लिए एप्रोच मार्ग को भी जल्दी-जल्दी में बनाकर अंतिम रूप दे दिया गया। वैसे विभिन्न कारणों से शासन स्तर पर पुल पर आने-जाने की छूट नहीं दी गयी थी लेकिन दियारे के लोग शासन के मानकों की अनदेखी करते हुए उस पर आना-जाना जारी रखा। बाढ़ में भी पुल का लाभ लिया गया, लेकिन आधी-अधुरी कार्य प्रणाली सफल नहीं हो सकी। इस बारे में पहले से ही इस तरह की आशंका व्यक्त की जा रही थी जिस ओर विभाग ने ध्यान नहीं दिया। सूत्र बताते है कि पुल में जितने पाये लगाने चाहिए उतने नहीं लगे है और लाभ कमाने के लिए पुल को संकट में ढकेल दिया गया है। देखना है कि इस आपदा के बात शासन की निगाहे किस ओर इशारा करती है। फिलहाल इसके लिए जिम्मेदार लोगों को दण्डित किया जाना तो चाहिए ही।
डीएम ने किया सेतु का मुआयना
बलिया। जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगारौत ने गुरुवार को बाढ़ क्षेत्रों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान विकास खण्ड दुबहड़ के गंगा नदी के किनारे स्थित जनेश्वर रिंग पुल मार्ग सेतु का पैदल चलकर मुआयना किया और गंगा नदी के जलस्तर बढ़ने के कारण हुई क्षतिग्रस्त जनेश्वर रिंग पुल को देखा और यातायात का आगमन रोक दिया गया है। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि कार्य की गति में तेजी लाएं तभी कार्य समय से पूर्ण किया जा सकता है।
By-Ajit Ojha
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