जहाँ हुई थी नाग की मौत, वहीं चार दिन बाद नागिन ने तोड़ा दम
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में ग्रामीण इच्छाधारी नाग-नागिन की पूजा करने में जुटे हुए हैं। इसके पीछे जो कहानी बताई जा रही है, वो हैरान करने वाली है।
पचोखरा थाना क्षेत्र का है। ग्रामीणों का दावा है कि यहां नाग की मौत के वियोग में एक ही स्थान पर पिछले चार दिन से बैठी नागिन ने मंगलवार को दम तोड़ दिया। ग्रामीणों ने जहां नाग को जलाकर दफनाया था, वहीं पर मृत नागिन को रख दिया और पूजा-अर्चना करने लगे। ग्रामीणों ने कहा कि इस स्थान पर नाग-नागिन का मंदिर बनवाया जाएगा।
ग्रामीणों के अनुसार पचोखरा क्षेत्र के गांव नगला सूरज के समीप एक फरवरी को चारा काटने वाली मशीन से कटकर एक नाग की मौत हो गई थी। किसान ने मृत नाग को जलाकर दफन कर दिया। जिस जगह पर नाग को दफनाया था, वहां पास में ही एक बिल से नागिन निकल आई और बाहर आकर बैठ गई। जब ग्रामीणों की नजर नागिन पर पड़ी तो पीने के लिए दूध रखा गया, लेकिन उसने दूध नहीं पिया।
ग्रामीणों ने बताया कि चार दिन तक नागिन एक ही जगह बैठी रही। मंगलवार को उसने भी दम तोड़ दिया। उसकी मौत के बाद ग्रामीणों ने नाग के शव को जहां दफनाया गया था वहां से निकालकर नागिन के शव के साथ रख दिया और पूजा-अर्चना शुरू कर दी। नागिन के मरने की खबर मिलने पर आसपास के ग्रामीण वहां पहुंच रहे हैं। मृत नाग और नागिन की पूजा-अर्चना कर रहे हैं। चढ़ावा भी चढ़ा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जल्द ही उक्त जगह पर भगवान शिव के साथ नाग-नागिन का मंदिर बनवाया जाएगा।
डेस्क
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