विभागीय उदासीनता के कारण अपनी बदहाली पर आंसू बहाने को विवश
रसड़ा(बलिया) स्वास्थ्य विभाग मरीजों के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए कितना संवेदनशील है इसका सहज ही अनुमान प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कोटवारी के वर्तमान भवन कि स्थिति को देखकर लगाया जा सकता हैं । अधूरे निर्मित आवास रहने से चिकित्सक एवम स्वास्थ्य कर्मी अस्पताल में नही रहते। चिकित्साकर्मियों के न रहने से ग्रामीण मरीजो को भारी दिक्कतों का सामना उठाना पड़ता है। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का नया अस्पताल एवम चिकित्सक तथा फार्मासिस्ट के लिए आवास बना है। इस अस्पताल में एक डाक्टर समेत आठ कर्मचारी कागजों पर है। धरातल पर अस्पताल में किर्मियो के न रहने से मरीजो को भारी कठिनाईयों का सामना उठाना पड़ता है। जनपद के उच्च अधिकारियों का बार बार ध्यान आकृष्ट कराने के बावजूद अपनी बदहाली पर आसूं बहाने को विवश है ।
रिपोर्ट : पुनीत केशरी
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