सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मना शौर्य दिवस
रेवती (बलिया)। क्षेत्र के कुशहर गांव स्थित मुडिकटवा में वीर कुवर सिंह की याद में शौर्य दिवस पर सोशल डिस्टेंसींग का पालन सुनिश्चित करते हुए भाजपा नेता व समाजसेवी अतुल कुमार पांडेय उर्फ बबलू पांडेय द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराते हुए सन 1858 के शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
22 अप्रैल सन 1958 को वीर कुवर सिंह सिंह अंग्रेज सैनिकों से युद्ध करते हुए अपने ननिहाल सहतवार होते हुए गायघाट स्थित पचरूखा देवी के मंदिर पर पहुंचे। पीछे से अंग्रेजी फौज उनका निरंतर पीछा करते हुए आ रही थी। कुंवर सिंह की रक्षा के लिए क्षेत्र के रणबांकुरों ने कुशहर के मुडिकटवा के घास फूस के मुजवानी (जंगल) में अंग्रेजी फ़ौज को घेर लिया। बांस के खच्चर व तीर, धनुष से इसी स्थान पर 107 अंग्रेज सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया। तब तक कुंवर सिंह नाव से गंगा पार अपने गांव जगदीशपुर के लिए प्रस्थान कर चुके थे। इसी दौरान एक अंग्रेज सैनिक की बंदूक से चली गोली उनके बांह में लग गई, उन्होंने बांह को तलवार से काटकर गंगा जी को अर्पित कर दिया। 23 अप्रैल सन 1958 को रक्तस्राव के चलते जगदीशपुर में उनका निधन हो गया। तब से क्षेत्र के रणबांकुरों के याद में मुडिकटवा में शौर्य दिवस पर प्रति वर्ष झंडातोलन के साथ श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाता हैं ।
बबलू पांडेय ने मुडिकटवा को दी ऐतिहासिक पहचान
रेवती। समाजसेवी अतुल कुमार पांडेय उर्फ बबलू पांडेय ने इस ऐतिहासिक जगह को 22 अप्रैल 2009 से राष्ट्रीय ध्वज फहराते हुए सभा आयोजित करने की परंपरा डाल इसको पहचान दिया।यहां पर एक कुंआ हैं जिसमें तलवार , कवच व ढाल मिले है । सलेमपुर सांसद रवींद्र कुशवाहा के सौजन्य से इसकी ऐतिहासिक पहचान बनाये रखने के लिए सौन्दर्यणी की घोषणा के साथ स्मारक व कुंआ के मरम्मत की घोषणा की गई हैं । इस मौके पर लल्लू पासवान , सिपाही पासवान आदि मौजूद रहें ।
पुनीत केशरी
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