अपनी माटी, अपना राज: उन्नत भारत-ग्राम स्वराज
प्रधानमंत्री जी के सरपंचों को संदेश के बहाने राष्ट्र को दिए संबोधन के अनुरूप हम सभी अपने सामूहिक प्रयास और संकल्पशक्ति से कोरोना को परास्त करें, आइए एक नए भारत का आग़ाज़ करें।
आज पंचायती राज दिवस पर माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने सरपंचों संग विडीओ कॉन्फ़्रेन्सेज़ करके यह संदेश दिया:
1. कोरोना महामारी के इस संकट ने आज पूरे विश्व को एक सबसे बड़ा संदेश दिया है कि हमें आत्मनिर्भर बनना पड़ेगा। और चूँकि हमारा देश एक ग्राम प्रधान देश है तो सबसे पहले यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारे गाँव अपनी मूलभूत आवश्यकताओंऔर रोज़मर्रा की ज़रूरतों के लिए आत्मनिर्भर बने। फिर यही आगे चलकर जनपद अपने स्तर पर, राज्य अपने स्तर पर, और इसी तरह पूरा देश आत्मनिर्भर बने।
आज और आने वाले समय के लिए यह अपरिहार्य होता जा रहा है।
2. भारत के गाँव आज तकनीकी रूप से समृद्ध हैं और वे दुनिया में आ रहे इस बदलाव को बड़े ही सूक्ष्म तरीक़े से इसका परीक्षण भी कर रहे हैं।
3. महामारी के इस दौर के बाद वे गाँव ही होंगे जो संकल्प के साथ सामर्थ्य दिखाते हुए, नई ऊर्जा के साथ, नए-नए तरीके खोजते हुए, देश को बचाने और बढ़ाने में दृढ़तापूर्वक इस उद्देश्य में लगेंगे।
4. सीमित संसाधनों एवं अनेक कठिनाइयों के बावजूद भी, आज के समय में हमारे गाँवों में अंतरभूत सामूहिक शक्ति के माध्यम उपजी ऊर्जा ही आने वाले कल में देश को आगे ले जाने सक्षम होगी।
5. आज पंचायती राज दिवस पर माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आह्वान किया कि हम सभी भारतवासियों (विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्र के निवासियों) को अपनी ज़िम्मेदारी समझते हुए इस लॉकडाउन में किसी भी तरह के ढील की सम्भावना से स्वयं को दूर रखना है।
6. गाँव में हो रहे सैनिटाईनेशन अभियान के बारे में सभी को जागरूक बनाने की और उन्हें पौष्टिक आहार द्वारा स्वयं को स्वस्थ्य रखने की आवश्यकता है।
7. ये सब करते हुए यह भी ध्यान रखना है कि सोशल डिस्टैंसिंग अर्थात् ‘दैहिक दूरी’ के नियम का पूरा पालन हो तथा मुँह फेसकवर या मास्क से ढकें हों और साथ ही हाथों की बार-बार साफ-सफाई होती रहे। आने वाले दिनों में भी हमारे लिए इस बीमारी से बचाव ही हमारी सबसे बड़ी दवा है।
8. प्रधानमंत्री जी ने हमे सचेत किया कि किसी भी प्रकार की ग़लतफ़हमी से बचे रहना है और अन्य लोगों को भी बचाना है। हर परिवार तक सही जानकारी, चाहे वो बचाव को लेकर हो या फिर इसके इलाज के लिए, ये जानकारी पहुंचनी ही चाहिए।
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तो आइए, क्यों न प्रधानमंत्री जी के सरपंचों को संदेश के बहाने राष्ट्र को दिए संबोधन के अनुरूप हम सभी अपने सामूहिक प्रयास और संकल्पशक्ति से कोरोना को परास्त करें,
आइए एक नए भारत का आग़ाज़ करें।
डा. प्रीति उपाध्याय
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