एक महीनें से चल रहें लाक डाउन में छोटे व्यवसायियों की हालत हुई खस्ता, पुलिस की ज्यादती से भी नित्य दिन हो रहें रूबरू
रेवती (बलिया) एक महिनें के लाक डाउन में फुटपाथी व छोटे मध्यम वर्ग के ब्यवसायी काफी परेशानीयों का सामना करने के लिए विवश हैं । विडंबना कि इनकी हालत पर किसी जन प्रतिनिधि व प्रशासन के लोगों की नजरें इनायत नहीं हो पा रहीं है । नगर में आवश्यक वस्तुओं के लिए चिन्हित दो दर्जन दुकानदारों का काम चल जा रहा है । बाकि 400 सौ छोटे दुकानदारों का रोजगार ठप होने से उनके समझ परिवार की भड़न पोषण के लिए इधर से उधार जुगाड़ से काम चलाना पड़ रहा है । सुबह 7 से 10 बजे समय सीमा के भीतर यदि कुछ समय के लिए अन्य दुकानदार दुकान खोल लिए तो उन्हें पुलिस का कोपभाजन का सामना करना पड़ रहा है । शुक्रवार की सुबह किसी ने ईर्ष्यावश एस डी एम बांसडीह को मोबाइल से सूचना दे दी कि सब्जी बाजार में सुबह से भीड़ लगी है । लाक डाउन का उलंघन हो रहा है । एस डी एम के निर्देश पर एस आई गजेद्र राय हमराह सिपाहियों के साथ बाजार का आधा दर्जन से अधिक बार पैदल मार्च कर लाक डाउन तोड़ने वाले सब्जी विक्रेता व गांव देहात से आये ग्राहकों की खातितरदारी की । अफरा तफरी में दुकान का शटर बंद करते समय सिर पर शटर गिरने सुखदेव केशरी घायल हो गये । अभिषेक केशरी द्वारा हडबडी में शटर बंद करने के दौरान पैर में मोच आ गया । माया मिली न राम । दुकान में कुछ सामान भी नही बेच पाये ।और न इधर के रहें न उधर के । बदनामी झेलनी पड़ रही है शो अलग । अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश उपाध्यक्ष अरविंद गांधी व नगर अध्यक्ष वीरेंद्र गुप्ता ने शासन प्रशासन से समयावधि में लाक डाउन का अनुपालन के क्रम में कुछ अन्य जरूरी सामानों की दुकानों को भी कुछ समय के लिए खोलने की अनुमति दिये जाने की मांग । ताकि रोजमर्रा के सामान का ग्राहक भी आसानी से क्रय कर सके व गरीब व असहाय दुकानदार भी अपने परिवार का भरण पोषण कर सके ।
रिपोर्ट : पुनीत केशरी
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