लाकडाउन 5: 15 जून तक बढ़ाने की हो सकती है घोषणा
नई दिल्ली: केंद्र सरकार 31 मई के बाद भी अगले 15 दिनों के लिए लॉकडाउन-5 की घोषणा कर सकती है। देश में पिछले कुछ दिनों में कोरोना संक्रमित मामलों में जिस रफ्तार से इजाफा हुआ है, उसके बाद सरकार की ओर से इस तरह के कदम उठाए जाने के आसार बन रहे हैं। हालांकि, उम्मीद हैं कि लॉकडाउन-5 में कुछ और तरह की छूटें मिल सकती हैं और मुख्य फोकस कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित देश के 11 शहरों पर ही रह सकता है। माना जा रहा है कि इन शहरों में लॉकडाउन के नियम सख्ती से लागू रहेंगे, जबकि देश के बाकी हिस्सों में कुछ ज्यादा छूट दिए जा सकते हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लॉकडाउन-5 में उन 11 शहरों पर ही ज्यादा फोकस किया जाना है, जहां देश के 70 फीसदी कोरोना वायरस केस मिल रहे हैं। जानकारी के मुताबिक जिन शहरों पर अगले लॉकडाउन में ज्यादा ध्यान दिया जाएगा उनमें दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु,पुणे,ठाणे, इंदौर, चेन्नई, अहमदाबाद, जैयपुर, सूरत और कोलकाता शामिल हैं। जबकि, इनमें से 5 शहरों में ही पूरे भारत के करीब 60 फीसदी कोरोना वायरस केस हैं, जो कि अब पूरे देश में 1.51 लाख के करीब है। ये 5 शहर हैं, मुंबई, दिल्ली, अहमदाबाद, पुणे और कोलकाता। इससे पहले केंद्र सरकार ने देश के उन 30 नगर निगमों की एक लिस्ट तैयार की थी, जो देश में 80 फीसदी कोरोना वायरस केस के लिए जिम्मेदार हैं।
माना जा रहा है कि लॉकडाउन के पांचवें चरण में धार्मिक स्थलों को फिर से खोलने पर सरकार विचार कर सकती है, लेकिन इसके लिए कुछ शर्तें भी लगाई जाएंगी। इन शर्तों में सार्वजनिक तौर पर कोई धार्मिक उत्सव नहीं मनाने और त्योहारों या मेले जैसे कार्यक्रमों की मनाही हो सकती है। इसके इलावा धार्मिक स्थलों पर भीड़ नहीं जुटाने और मास्क लगाने के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को अनिवार्य रूप से लागू किए जाने की शर्तें हो सकती हैं। दरअसल, कर्नाटक सरकार ने प्रधानमंत्री मोदी से भी गुजारिश की है और पीएमओ को एक खत भी भेजा है, जिसमें 1 जून से धार्मिक स्थलों को खोलने का आग्रह किया गया है।
इसके अलावा माना जा रहा है कि लॉकडाउन-4 में अगर सैलून खोलने की इजाजत दी गई है तो अगले लॉकडाउन में कंटेंमेंट जोन को छोड़कर बाकी जोन में जिम खोलने की छूट दी जा सकती है, बशर्ते की सोशल डिस्टेंसिंग के नियम पालन किए जाएं। लेकिन, स्कूल-कॉलेज और बाकी शिक्षण संस्थाओं के अलावा मॉल और सिनेमा घरों पर पाबंदियां पहले की तरह लागू रहने की संभावनाएं जताई जा रही हैं। यही नहीं शादियों और अंतिम संस्कारों में भी सीमित संख्या में लोगों के जुटने की सख्ती पहले की तरह बरकार रहने की उम्मीद है। बता दें कि देश में कोरोना वारयस के कुल संक्रमितों की संख्या बुधवार सुबह तक 1,51767 तक पहुंच चुकी थी। जबकि मौत का आंकड़ा भी बढ़कर 4,337 तक पहुंच चुका है। वैसे इस दौरान जो लोग कोरोना से छुटकारा पाकर अपने घर लौटे हैं, उनकी संख्या भी 64,426 हो चुकी है। हालांकि, लॉकडाउन-5 को लेकर गृहमंत्रालय के सूत्रों के हवाले से खबरों के दावों का गृहमंत्रालय ने खंडन किया है और कहा है कि यब महज अनुमान भर हैं।
डेस्क
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