Kali Maa Pakri Dham

Breaking News

Akhand Bharat welcomes you

शाखा प्रबंधक लल्लन पाण्डेय के पदोन्नति पर बैंक कर्मियों सहित व्यापारियों ने दी भावभीनी बिदाई


रसड़ा (बलिया) नगर के भारतीय स्टेट बैंक के शाखा प्रबंधक श्री  लल्लन पांडेय को शुक्रवार की शाम नम् आंखों से भावभीनी विदाई दी गई। शाखा प्रबंधक के प्रमोशन पर जहां स्टाफ और ग्राहकों खुशी खुशी दिखाई दी तो, सभी ने उनका मुंह भी मीठा कराकर पदोन्नत की शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। वहीं रसड़ा शाखा से उनकी विदाई को लेकर सभी की आंखें नम रही। 
             आपको बता दें कि भारतीय स्टेट बैंक रसड़ा के शाखा प्रबंधक श्री लल्लन पांडेय अपनी कड़ी  मेहनत और लगन के बलबूते लोगो के दिलो दिमाग में एक अलग छवि बनाये हुए है। विदित हो कि लल्लन पांडेय ने अपने सरल एवं उदार व्यक्तित्व के चलते बैंक के ग्राहकों एवं व्यवसाय में वृद्धि करने के साथ ही बैंकिंग व्यवस्था को बेहतर बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। इस दौरान उनका ग्राहकों से दिल का रिश्ता रहा, कभी उन्होंने शाखा प्रबंधक की हैसियत से ग्राहकों से बात नहीं की। हमेशा उन्होंने ग्राहकों से बातचीत करने के दौरान मृदुवाणी का ही प्रयोग किया। यही कारण रहा कि, पिछले एक वर्ष में एक भी ग्राहक को किसी प्रकार की दिक्कत महसूस नहीं हुई। 
लल्लन पांडेय के प्रमोशन पर रसड़ा शाखा में विदाई समारोह का भव्य आयोजन किया। जिसमे मुख्य अतिथि क्षेत्राधिकारी  केपी सिंह , प्रभारी निरीक्षक सौरभ राय, क्राईम इंस्पेक्टर कमलेश कुमार , सिटी इंचार्ज सुरेन्द्र सिंह  रविकुमार ,इन्द्रजीत कुमार,शैलेश कुमार राय समाज सेवी राजेश कुमार राजन जी  आदि लोग विदाई समारोह में  उपस्थित रहे।
संचालन रविकुमार उप प्रबंधक ने किया ।
इस अवसर पर नगर के काफी सम्मानित व्यापारियों ने लल्लन पाण्डेय को फ़ूल मालाओं से लाद दिया ।
वहीं सीओ केपी सिंह ने गीता भेंट किया ।
बैंकिंग व्यवस्था को बेहतर बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी इस  दौरान ग्राहकों से दिल का रिश्ता रहा कभी शाखा प्रबंधक की हैसियत से ग्राहकों से बातचीत करने के दौरान मृदुल वाणी का ही प्रयोग किया यही कारण रहा कि पिछले तीस महिने में ग्राहकों को किसी प्रकार की दिक्कत महसूस नहीं हुई ।
कार्यक्रम के अंत में लल्लन पाण्डेय ने नमः आंखों से सभी को साधुवाद बोला और कहा हमेशा याद रहेगा रसड़ा वासियों का प्यार दुलार ।



रिपोर्ट : पिन्टू सिंह

No comments