आखिर कब बहुरेंगे गवई मिठाई दुकानों के दिन
रसड़ा (बलिया) वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से बचाव हेतु भारत सरकार द्वारा घोषित देश व्यापी लॉक डाउन के चौथे चरण में मिठाई, चाय पान, नाई, सैलून आदि दुकानों को खोलने के लिए जिला प्रशासन तहसील प्रशासन द्वारा कोई दिशा निर्देश नहीं दिया गया है। बावजूद इसके कतिपय मिठाई विक्रेता प्रशासन की आंखो में धूल झोंक कर लॉक डाउन का उल्लंघन कर रहे है और चोरी से मिठाई समोसे आदि की विक्री कर रहे है। पुलिस की नजर भी इन विक्रेताओं के तरफ नहीं जा रही है, जिसका नाजायज लाभ उठाने में कतिपय मिठाई विक्रेता पीछे नहीं है। ज़ी हां लॉक डाउन का चौथा चरण भी दो दिन में खत्म होने वाला है। जिला प्रशासन द्वारा मिठाई, चाय पान, नाई, सैलून, ब्यूटी पार्लर आदि की दुकानों को छोड़कर शेष दुकानों का रोस्टर निर्धारण कर उन्हें खोलने की इजाजत दी है। रसड़ा नगर क्षेत्र में कतिपय मिठाई विक्रेता जिला प्रशासन के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए चोरी से मिठाई, समोसे व चाय की विक्री कर रहे है। जबकि छोटे मोटे चाय पान के दुकानदार प्रशासन के आदेशों का सख्ती से पालन कर रहे है और अपनी दुकानों को बन्द रखें है। अपनी दुकानों को खोलकर मुंह मांगे दामो पर मिठाइयों की विक्री करने वाले दुकानदार एक तरफ जहां सरकारी निर्देशों का उल्लंघन कर रहे है, वहीं सरकार द्वारा कोरोना से बचाव हेतु जारी दिशा निर्देशों का भी पूर्ण रूप से पालन नहीं कर रहे है। ऐसे दुकानदारों पर स्थानीय प्रशासन की भी नजरे नहीं पड़ रही है। आश्चर्य जनक पहलू है कि एक तरफ छोटे मोटे दुकानदार प्रशासन के आदेशों का पालन करते हुए अपनी दुकान बन्द किए है और भुखमरी के कगार पर पहुंच गए है, वहीं कतिपय एक दर्जन बड़े दुकानदार प्रशासन के आदेशों की खुलेआम अवहेलना कर रहे है।
सूत्रों का कहना है कि कतिपय दुकानदार पुलिसिया परमिट पर ही अपनी दुकानों को चोरी चोरी संचालित कर रहे है। कुछ दुकानदार तो पैकेट वाले दूध, दही का परमिट बनवाकर उसके आड़ में अपने धंधे को अंजाम दे रहे है। लोगो का कहना है कि अपनी दुकानों को चोरी से खोलने वाले दुकानदारों को चिन्हित कर इनके खिलाफ भी कानूनी कार्यवाही होनी चाहिए।
रिपोर्ट : पिन्टू सिंह
No comments