प्रवासी मजदुरो से भेदभाव कर रही उत्तर प्रदेश सरकार : रोशन सिंह चंदन
मनियर, बलिया। गैर प्रान्तो से अपने गांव वापस आने वाले प्रवासी मजदुरो से भेदभाव कर रही उत्तर प्रदेश की सरकार मानवता की पराकाष्ठा पार कर चुकी है। कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में सभी का सहयोग लेकर देश की जनता की रक्षा करना सरकार की जिम्मेदारी बनती है लेकिन केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकार मजदूरों की पीड़ा को दरकिनार कर उनके जख्मों पर मरहम लगाने के बजाय नमक छिड़क रही है। उक्त बातें कांग्रेस कमेटी के विचार विभाग के महासचिव व बांसडीह विधानसभा के नेता रौशन सिंह चंदन ने शुक्रवार की शाम अपने आवास पर पत्रकार वार्ता के दौरान कही। उन्होंने कहा कि प्रवासी मजदूरों को पैदल घर वापसी पीडा को देखते हुए हमारी नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने योगी सरकार को 1000 बसे देकर सहयोग करना चाह रही थी। इसका श्रेय कांग्रेस को न मिले जिसके चलते राजनीति से प्रेरित होकर योगी सरकार ने न सिर्फ बसों को वापस कर दिया बल्कि आगरा के पास राजस्थान यूपी के बॉर्डर पर लाक डाउन के उलंघन में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने कहा कि यदि तत्काल प्रदेश अध्यक्ष को रिहा नहीं किया जाता है तो कांग्रेस कार्यकर्ता सड़क पर उतरने के लिए बाध्य होंगे। मजदूर हजारों किलोमीटर चलने को मजबूर हैं। रास्ते में मर रहे हैं। सरकार उनको खाने-पीने की व्यवस्था करने में नाकाम साबित हो रही है। लाक डाउन खोलने की कोई योजना नहीं है। आने वाला भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है। इस मौके पर मुन्ना सिंह, उमेश सिंह, गुड्डू सिंह, माहिम सिंह, राज सिंह, सहित इत्यादि लोग मौजूद थे।
रिपोर्ट : राम मिलन तिवारी
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