हाट स्पाट के नाम पर बंद बैंक को खोलने की मांग
रेवती (बलिया) नगर सहित घाघरा व गंगा के तटवर्ती पचास से अधिक ग्राम सभाओं की डेढ़ लाख से अधिक जनता के बचत खाते राष्ट्रीयकृत सेन्ट्रल बैंक व स्टेट बैंक सहित पूर्वांचल बैंक के स्थानीय शाखा खुले हूए है । तटवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में प्रति वर्ष बाढ़, कटान तथा आगलगी जैसी प्राकृतिक आपदा के चलते लोग अपने पैसे घर पर न रख कर सुरक्षा की दृष्टि से स्थानीय बैंक की विभिन शाखाओं में खोलें गये बचत खातों में रखतें तथा जरूरत के अनुसार पैसे निकाल कर बाजार हाट के साथ दवा ईलाज करते हैं । गत 25 मई को नगर के वार्ड नं छ तुरहा टोली में पाॅजिटिव आये युवक के चलते उसे आईसुलेशन के लिए बलिया भेज दिया । नगर के उसी वार्ड को हाट स्पाट घोषित कर सील कर दिया गया ।
पाॅजिटिव पाये गये युवक का घर नगर के उत्तर साईड है जबकि बैंक की शाखाएं दखिन साईड 500 मीटर की दूरी पर है। जहां आवश्यक वस्तुओं सहित सभी दुकानें रोस्टर वाईज पूर्ववत खुल रही है । बैंक में सोशल डिस्टेंसिंग के तहत जमा निकासी का कार्य चल रहा था । ऐसे में अग्रिम बैंक के प्रबंधक के निर्देश पर कोविड- 19 संक्रमण के नाम पर तीनों बैंक 27 मई से पूरे 21 दिन के लिए अग्रिम आदेश तक बंद कर दिया है ।
नगर पंचायत रेवती के अध्यक्ष प्रतिनिधि कनक पांडेय ने कहा कि स्थानीय निकाय, पेट्रोल पंप, गैस एजेन्सी, ईट भट्टा, नगर के समस्त ब्यवसायी प्रतिष्ठानों सहित आम जनता का भी जमा निकासी व लेन देन का कार्य चलता है । कोविंड-19 के नाम पर बैंक बंद होने से यहां का ब्यवसाय चौपट हो गया है । हाट स्पाट के चलते आस पास के सैकड़ों लोग प्रति दिन बैंक का चक्कर लगाकर पैसे के अभाव में घर लौट जा रहें हैं । बैंको से भुगतान के अभाव में लोगों को फांका कसी करना पड़ रहा है । अध्यक्ष प्रतिनिधि श्री पांडेय ने कहा कि बैंक में जमा निकासी का सारा कार्य सोशल डिन्टेसिंग के तहत होता है । ऐसे में गरीब, मजदूर, तथा बैंक पर आश्रित जनता व छोटे ब्यवसायीयों के ब्यापक हित में जिला प्रशासन व अग्रणी जिला बैंक के अधिकारी से कोविड 19 के नाम पर रेवती नगर में बंद राष्ट्रीयकृत बैंक की शाखाओं को खोलने की मांग की है ।
पुनीत केशरी
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