दिल्ली से आए युवक की होम कोरंटाइन में रहते बुखार एवं सांस लेने की शिकायत पर भेजा गया जिला अस्पताल
रतसर(बलिया) वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण से बचाव हेतु लागू लाक डाउन के चलते इधर गांवों में परदेशियों की संख्या में लगातार बृद्धि हो रही है। सरकारी बस, ट्रेन के अलावा निजी साधन व पैदल चलकर भी भुखे प्यासे लोग घर आ रहें है। घर आने पर इन्हें क्वारंटाइन करने के लिए निगरानी समिति के सदस्यों का दबाव झेलना पड़ रहा है। गड़वार थाना क्षेत्र के रतसर कला निवासी एक युवक दिल्ली से 15 मई को निजी साधन से घर पहुंचा। युवक द्वारा सांस फूलने गला में खराश व सीने में दर्द की शिकायत पर शुक्रवार को स्थानीय पीएचसी से एंबुलेंस भेजकर युवक को चिकित्सीय परीक्षण के लिए पीएचसी पर लाया गया। पीएचसी पर तैनात डा.मुख्तार यादव द्वारा कोरोना संदिग्ध की शिकायत दर्ज कर जिला चिकित्सालय पर उसकी सैंपल लेने के लिए सूचना भेजी गई और युवक को बलिया भेजने के लिए पीएचसी पर ही रोक लिया गया।कोविड -19 के लिए बनाई गई विशेष एंबुलेंस के समय से ना पहुंचने पर युवक को सायंकाल साधारण एंबुलेंस से ही बलिया भेजा गया।बताते चले कि कस्बा क्षेत्र के रतसड़ खेजुरी मार्ग निवासी विशाल चौहान (28) पुत्र राम संतू चौहान 15 मई को निजी साधन से दिल्ली से घर पहुंचा।17 मई को जिला चिकित्सालय से थर्मल स्क्रीनिंग कराकर घर पर क्वारंटीन में था। परिजनों ने बताया कि जबसे युवक घर आया है तभी से सर्दी हल्का बुखार व सांस फूलने की समस्या से परेशान है गुरूवार की रात से ही उसके सीने में ज्यादा दर्द है। बीमार युवक का एक और भाई भी मध्य प्रदेश से हाल ही में आया है दोंनों भाई घर के अलग अलग हिस्से में क्वारंटीन है। युवक के इलाज के लिए एंबुलेंस से ले जाने को लेकर आसपास के लोंगों में तरह तरह की चर्चा के साथ भय व्याप्त है।
रिपोर्ट : धनेश पाण्डेय
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