जानें बलिया कि रंभा मऊ में क्यों बनीं ममता और कैसे हुआ उसका खेल हुआ उजागर
रसड़ा (बलिया ): उत्तर प्रदेश में फर्जी शिक्षक शिक्षिकाओं पर ताबड़तोड़ कार्रवाई हो रही है। एक के बाद एक नए मामले फर्जी शिक्षकों के रोज सामने आ रहे है। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के मऊ जनपद के रतनपुरा ब्लाक स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय रतनपुरा का है। जहां विद्यालय में ममता राय शिक्षिका के पद पर तैनात थी। ममता राय उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के ताखा गांव की रहने वाली रंभा पांडेय है।
बताते चलें कि पूरा मामला जिले के प्राथमिक विद्यालयों में तैनात कई शिक्षकों के फर्जी तैनाती होने की शिकायत मिली थी जिस पर जिला प्रशासन ने बेसिक शिक्षा विभाग से जांच कराने का काम किया जिसमें रतनपुरा ब्लॉक स्थिति उच्च प्राथमिक विद्यालय में वर्ष 2011 में ममता राय शिक्षिका के पद पर तैनात हुई। ममता राय बलिया जिले की ताखा गांव की रहने वाली रंभा पांडेय है। जो गलत नाम और सूचनाएं देखर नौकरी प्राप्त किया है।
ममता राय की तैनाती मऊ जनपद में वर्ष 2011 में हुई थी । जनपद में तैनाती से पहले ममता महराजगंज जिले में तैनात थी जहां से ट्रांसफर आर्डर लेकर मऊ जनपद में आई थी और यहां पर तधा कथित शिक्षिका के पद पर तैनात हुई थी। हालांकि शिक्षकों के फर्जी तैनाती की शिकायत पर जिला प्रशासन लगातार जांच की काररवाई में जुटी हुई है। शिक्षकों पर रही जांच की कार्रवाई से शिक्षा विभाग में हड़कंप में मचा हुआ है।
जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि फर्जी शिक्षकों के तैनाती के बारे में सूचना मिली थी जिस पर कार्रवाई करने का काम किया गया है । बलिया जिले की ताखा गांव की रहने वाली रंभा पांडेय मऊ जनपद के रतनपुरा ब्लॉक के उच्च प्राथमिक विद्यालय में ममता राय के नाम से नौकरी कर रही थी। और यह 2011 में महराजगंज जिले से ट्रांसफर आर्डर लेकर जनपद में आई हुई थी। जिनकी जांच कराई गई तो उनके गांव के प्रधान से सत्यापन कराने पर मामला उजागर हुआ है। इन पर कार्रवाई करते हुए सेवा समाप्त करने के साथ साथ मुकदमा दर्ज कराने का काम किया जा रहा है।
रिपोर्ट पिन्टू सिंह
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