बलिया डीएम ने एल-2 फैसिलिटी सेंटर का किया निरीक्षण, आरटीपीसीआर लैब के लिए देखी जगह
- *जिलाधिकारी ने ट्रूनेट लैब का भी लिया जायजा, जांच से सम्बंधित जरूरी दिशा-निर्देश दिए*
- *सभी बेड को ऑक्सीजनयुक्त, वेंटिलेटर को हमेशा रेडी हालत में रखने के दिए निर्देश*
बलिया: जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही ने बुधवार को जिला चिकित्सालय का निरीक्षण किया। उन्होंने आरटीपीसीआर लैब के लिए स्थल चिन्हित करने के उद्देश्य से दो जगह देखी। साथ ही ट्रामा सेंटर में बने एल-2 फैसिलिटी सेंटर का भी निरीक्षण कर वहां की व्यवस्था का जायजा लिया।
जिलाधिकारी ने आरटीपीसीआर लैब के लिए इमरजेंसी भवन के तीसरे तल पर स्थित वार्ड को देखा। इसके अलावा अस्पताल में पुराने सीएमओ कार्यालय को भी देखा गया। चिन्हित की गई। दोनों में से किसी एक जगह पर लैब स्थापित की जाएगी। इसके बाद जिलाधिकारी ट्रामा सेंटर में गए, जहां एल-2 फैसिलिटी सेंटर का आइसोलेशन वार्ड बना है। वहां वेंटिलेटर व अन्य चिकित्सा उपकरणों व पूरी व्यवस्था का जायजा लिया। वेंटीलेटर और ऑक्सीजन युक्त बेड को हमेशा रेडी हालत में रखने को कहा, ताकि एल-1 अस्पताल से रेफर होने के बाद मरीज को तत्काल चिकित्सा सुविधा मिल सके। ऑक्सीजन रूम, सभी बेड, वेंटिलेटर रूम में जाकर बारी-बारी से विस्तृत जानकारी ली। इसके बाद जिलाधिकारी ने कोविड-19 ट्रूनेट लैब में तैनात स्टाफ से कोरोना की जांच से सम्बंधित पूछताछ की और जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
*ट्रामा सेंटर में पड़े उपकरणों पर जताई चिंता*
- एल-2 फैसिलिटी के रूप में बने ट्रामा सेंटर के निरीक्षण के दौरान वहां आधुनिक उपकरणों की हालत देख डीएम ने चिंता जताई। लाखों रुपए के सामान वहां बिना किसी उपयोग के पड़े हैं। इस पर उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कहा, इन कीमती उपकरणों का प्रयोग कर जिले में और बेहतर चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराने पर होम वर्क करें।
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*टॉप व रेन वाटर हार्वेस्टिंग के जरिए कार्यालयों में जलजमाव की समस्या होगी कम*
- *जिलाधिकारी ने पांच सदस्यीय कमेटी का किया गठन*
- *15 दिन में कमेटी देगी आगणन, सुझाव व प्रस्ताव*
बलिया: पुलिस लाइन, एसपी ऑफिस, सपोर्ट्स स्टेडियम, फायर स्टेशन व जिला कारागार में जलजमाव की समस्या को लेकर जिलाधिकारी एसपी शाही गंभीर हो गए हैं। उन्होंने शहर में ड्रेनेज सिस्टम में सुधार लाकर तथा टॉप वाटर हार्वेस्टिंग व रेन वाटर हार्वेस्टिंग के जरिए समस्या को कम करने पर जोर दिया है। इसके लिए उन्होंने सिटी मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। यह कमेटी इसी मानसून अवधि में इस पर अध्ययन कर अगले 15 दिन में आगणन, सुझाव व प्रस्ताव देगी। जिन कार्यालयों में जलजमाव की गम्भीर स्थिति है वहां के कार्यालयाध्यक्ष भी अपने कार्यालय परिसर के लिए समिति के सदस्य होंगे।
डीएम श्री शाही ने बताया कि एसपी आफिस, जेल, स्टेडियम, पुलिस लाइन, फायर सर्विस कार्यालय में बरसात के बाद होने वाले जलजमाव की वजह से कार्य प्रभावित होने के साथ संक्रमण जैसा खतरा भी बना रहता है। फिलहाल इन कार्यालयों को अन्यत्र जगह पर स्थानांतरित करने की भी सम्भावना नहीं है। ऐसे में शहर में ड्रेनेज सिस्टम में सुधार लाने के साथ टॉप वाटर हार्वेस्टिंग व रेन वाटर हार्वेस्टिंग के माध्यम से इस समस्या को जरूर कम किया जा सकता है। इसके लिए पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है।
रिपोर्ट धीरज सिंह
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