प्रकृति की दोहरी मार से जूझ रहे बलिया के इलाके के किसान, एक और घाघरा तो दूसरी और बारिश का पानी बरपा रहा कहर
रेवती ( बलिया ) :टीएस बंधा के तटवर्ती उत्तर व दखिन दोनों साईड बसे दर्जनों ग्राम सभाओं की ग्रामीण जनता प्रति वर्ष सरयू के बाढ़ व कटान , बरसात के पानी तथा आग लगी जैसी प्राकृतिक आपदा से त्रस्त रहती है । एक बार पुनः सरयू का जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती लोगों में बाढ़ व बंधे के आसन्न खतरे को लेकर दहशत बना हुआ है । चांदपुर में नदी खतरे के निशान 58 मीटर से मात्र 16 से मी नीचे तथा बढ़ाव पर है। शनिवार की सुबह तक इसके खतरे के निशान पार कर जाने का अंदेशा है ।
टीएस बंधा के दतहां में प्रधानमंत्री सड़क के सामने 68 कि मी स्पर से तिलापुर में 70'200 कि मी के बीच दो कि मी लंबाई का क्षेत्र डेन्जर जोन में आता है । दतहां स्पर पर इस वर्ष उसके पूरब पश्चिम बालू भरी बोरी डालकर उसे पाटा गया है किन्तु 70'200 कि मी पर जहां नदी का सर्वाधिक दबाव बना हुआ है । कुछ भी कार्य नही हुआ है । पूरे तीन वर्ष से प्रोजेक्ट पर एक पैसा भी स्वीकृत नही हुआ है।
दतहां से सुरेमनपुर तक 15 कि मी का भाग एक जेई के अंडर में जो कभी कभार ही बंधे पर आते है ।
बंधे से उत्तर फल्ड जोन में स्थित सैकड़ो एकड़ खेत बाढ़ के पानी में डूब गये है। बंधे से दखिन बरसाती पानी के चलते भाखर , बघमरिया , दलछपरा , चौबेछपरा , छेड़ी , लक्ष्मीपुर ,अचलगढ सहित पूरा चौरासी का भाग बरसाती - प्रसुत के पानी से पट जाने से सैकड़ो एकड़ धान व मक्के की फसले नष्ट होने के कगार पर है।
भाजपा नेता रमाशंकर सिंह ने आरोप लगाया कि टीएस बंधा के देवपुर मठिया रेगुलेटर से पानी का रिसाव दक्षिण साईड हो रहा है। एक तो खेत पहले से लबालब है । रिसाव के चलते पानी का लेबल बढता जा रहा है ।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नारायण जी सिंह ने बताया कि बंधे से दक्षिण बरसाती पानी के निकास के लिए रेगुलेटर बनाया गया । उसका फाटक नीचे से ठीक से बंद नही होने से उल्टे सरयू नदी का पानी उत्तर से दखिन गिर रहा है । ऐसे में दर्जनों ग्राम सभाओं के लोगों के खेत बरसाती पानी के अलावे नदी के जल के ओभर फ्लो से और पट रहा है । यदि जल्द रेगुलेटर के फाटक को बालू भरी बोरी से जाम नही किया गया तो बंधे के उत्तर साईड के लोग तो पहले से तबाह है । दक्षिण के लोग भी फसलें चौपट होने से दाने दाने के लिए मोहताज हो जायेगे ।
रिपोर्ट पुनीत केशरी
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