जर्जर तार टूटने से विद्युत उपभोक्ता परेशान, गर्मी में जीना हुआ मोहाल
रतसर (बलिया):स्थानीय विद्युत उपकेन्द्र से जुड़े ग्रामीण व कस्बाई इलाकों में विद्युत आपूर्ति व्यवस्था चरमरा गई है।रोस्टर पूरी तरह से ध्वस्त है। विद्युत आपूर्ति के लिए दशकों पूर्व खींचे गये तार इतने जर्जर है कि यह तार कब टूट कर गिर जाए और आपूर्ति बाधित हो जाए कुछ कहा नही जा सकता। आये दिन इसी कारण बिजली आपूर्ति बाधित रहने से ग्रामीणों को भीषण गर्मी में पसीने - पसीने होकर रातें काटनी पड़ रही है और बिजली के उपकरण शोपीस बन गये है। कस्बा क्षेत्र की दो तिहाई आबादी में विद्युत आपूर्ति के लिए साई के तकिया पर 400 केवी का ट्रांसफार्मर स्थापित है जो बीते माह से अबतक चार बार फूंक चुका है। बीते एक सप्ताह से फूंका पड़ा है लेकिन सूचना के बाद भी कोई सुधि लेने वाला नही है। दूसरी तरफ विद्युत आपूर्ति होते ही कोई ना कोई फेज का फ्यूज जल जाता है और जिस फेज में बिजली प्रवाहित रहती है उस फेज पर कटियामार टूट पड़ते है जिससे लो वोल्टेज की समस्या भी विकराल हो गई है।
गांवों में भी कमोवेश इसी स्थिति से लोंगों को जूझना पड़ रहा है। निकटवर्ती जनऊपुर गांव में भी विद्युतीकरण पांच दशक पहले हुआ था। तब से लेकर अब तक लाइन की कोई मरम्मत नहीं हुई और न ही मेंटेनेंस का कार्य हुआ। इससे विद्युत लाइनें पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है। कई बार जर्जर लाइनों के तार टूटकर गिरने से पशुओं की मौत भी हो चुकी है। बावजूद इसके विभाग जर्जर तार बदलवाने का नाम नही ले रहा है। गांव निवासी मनोज पाण्डेय, मुकेश जी ब्यास, अभिषेक कुमार ने विद्युत विभाग के उच्चाधिकारियों से जर्जर तार बदलवाने की मांग की है।
रिपोर्ट : धनेश पाण्डेय
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