बलिया में इस सीएचसी पर तैनात स्वास्थ्य कर्मी मिला कोरोना पॉजिटिव, सील हुआ अस्पताल
बाँसडीह, बलिया: कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने से सरकार ने तीन दिन के लिए लॉक डाउन कर दिया है। हालांकि बलिया में शहर सहित आस - पास के 15 गांव प्रभावित हैं जिसकी वजह से जिला प्रशासन ने 2 से 10 जुलाई तक लॉकडाउन किया था। लेकिन स्थिति में सुधार न होने पर 10 जुलाई की रात से 21 जुलाई तक फिर से लॉकडाउन बढ़ा दिया।
जिले में शनिवार को 49 कोरोना पॉजिटिव आने से जहाँ बलिया शहर सहित आस - पास के 15 गांवों तक ही सीमित था । वहीं 49 रिपोर्ट में बाँसडीह भी जद में आ गया है। जिसकी वजह से बाँसडीह इलाका के लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। दरअसल इस 49 रिपोर्ट में बाँसडीह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के ही एक कर्मचारी व मैरिटार में एक कोरोना संक्रमित पाए गए है । बताया जाता है कि उक्त केंद्र पर मरहमपट्टी करने के साथ दवा, इंजेक्शन भी पॉजिटिव मरीज ने लोगों को दिया है।
अब चर्चा होने लगी है कि जितने लोग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर उपचार हेतु पहुँचें थे निश्चित ही संक्रमित हुए होंगे। जब कि नियम के अनुसार तहसील प्रशासन ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को सील कर दिया है। बांसडीह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बांसडीह को नायब तहसील दार अंजू यादव ग्राम प्रधान प्रतिनिधि पिण्डहरा राकेश तिवारी छोटे लेखपाल श्रीराम सहित अन्य कर्मचारियों द्वारा अस्पताल परिसर को सेनेटाइज कराया गया।अस्पताल के अंदर रहने वाले लोगो के लिये पानी की ब्यवस्था नायब तहसीलदार ने कराया।
मैरिटार में इस बाबत एस डीएम दुष्यंत कुमार मौर्य ने अपील किया कि बिना मास्क के घर से कोई बाहर न निकले। लॉकडाउन का अनुपालन किया जाय और सर्वे किया जा रहा है ऐसे में जिला प्रशासन का सहयोग अपेक्षित है। तहसीलदार गुलाब चन्द्रा ने मैरिटार जाकर कोरोनो पॉजिटिव मरीज के घर के आस पास की एरिया को सील कराया।और बताया कि शासनादेश के मुताबिक तहसील प्रशासन हर तरफ नजर बनाए हुए है। इसी बीच घाघरा नदी के जलस्तर की वृद्धि से तटीय गांवों को सावधानी बरतने के साथ कोरोना संक्रमण से सतर्क रहना है।
कोतवाल राजेश कुमार सिंह ने कहा कि क्षेत्र मे निगरानी रखी जा रही है। अगर कोई अनावश्यक वाहन लेकर सड़क पर दिखाई देगा तो चालान करते हुए कोरोना महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत किया जाएगा। इतना ही नही सामाजिक दूरी का भी ध्यान रखना होगा। कोरोना जैसा अदृश्य संक्रमण से सतर्क रहकर ही बचा जा सकता है।
रिपोर्ट रविशंकर पांडेय
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