पूर्व विधायक ने बेल्थरारोड की घटना की जांच मंडलायुक्त से कराने की मांग की
नगरा,बलिया। भाजपा के फायर ब्रांड नेता व पूर्व विधायक रामइकबाल सिंह ने कहा कि 20 अगस्त को बिल्थरारोड में हुई घटना ने अंग्रेजी हुकुमत की याद को तरोताजा कर दिया है। एसडीएम द्वारा योगी सरकार को बदनाम करने के उद्देश्य से निरीह व निर्दोष नागरिकों को दौडा दौडा कर पीटा गया। दुकानदारों की दुकान से खींच कर पिटाई की गई। उपजिलाधिकारी का यह कृत्य योगी सरकार की ताबूत में कील ठोकने के समान है। ऐसी घटना मैं अपने राजनैतिक जीवन में कभी नही देखी है। पूर्व विधायक शुक्रवार को अतिथि गृह में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने दोषी एसडीएम को निलंबित तो कर दिया इसके लिए मैं उन्हे धन्यवाद ज्ञापित करता हूं किंतु इतने भर से जनता के घाव पर मरहम नही लग पाएगा। इस घृणित कृत्य के लिए एसडीएम को बर्खाश्त किया जाना चाहिए। पूर्व विधायक ने बिल्थरारोड की घटना की जांच मंडलायुक्त से कराए जाने की मांग की। कहा कि आज भी बसपा मानसिकता के कुछ अधिकारी जनपद में तैनात हैं जो प्रदेश सरकार की कब्र खोदने पर अमादा हैं। एसडीएम के मामले में केवल एनसीआर दर्ज कर केवल औपचारिकता पूरी की गई है। एसडीएम व घटना में शामिल पुलिसकर्मियों पर आपराधिक मामला दर्ज कर उन्हे जेल भेंजा जाना चाहिए। कहा कि भाजपा कार्यकर्ता थाने में जाने से डर रहे हैं। थाने में उनकी पिटाई हो रही है। कोरोना के नाम पर अधिकारी मालामाल हो रहे हैं। तीन दिन में ही पाजीटिव व्यक्ति की रिपोर्प निगेटिव आ जा रही है। कोरोना की आड में बहुत बडा गेम हो रहा है। इस खेल में स्वास्थ्य विभाग व प्रशासनिक अधिकारी लिप्त हैं। कहा कि जनपद की स्वास्थ्य सेवाएं कोमा में चलीं गईं हैं। 50 प्रतिशत अस्पतालों में डाक्टर नहीं हैं। कोरोना काल में मास्क व हेलमेट चेकिंग के नाम पर पुलिस जम कर वसूली कर रही है।
रिपोर्ट संतोष द्विवेदी
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