मोदी सरकार की सौभाग्य योजना में धांधली से परेशान है ग्रामीण जांच की मांग
बलिया : घर-घर बिजली पहुचाने के उद्देश्य से मोदी सरकार के सौभाग्य योजना का लाभ भ्रष्टाचार के कारण धरातल पर पूरी तरह से नही पहुच पाया है।जगह-जगह के लोग शिकायत कर रहे है कि इस योजना के कार्यदायी संस्था में कार्यरत कर्मचारियों व अधिकारियों द्वारा जमकर मनमानी करने विद्युति तार,खम्भे,ट्रांसफार्मर बेचने का आरोप लगा रहे है।
बानगी स्वरूप चकिया ग्राम पंचायत के जमालपुर में देखा जा सकता है।यहा 100 के बदले महज 40 विद्युत खम्भे लगाए गए है।बिजली के खम्भों के जगह पर पेड़ के टहनियों में केबल बांधकर लाइन खींचा गया है।इस संदर्भ में चकिया के प्रधान प्रतिनिधि अरुण सिंह,रामजी वर्मा,दिनेश सिंह,अखिलेश वर्मा,शिवकुमार पासवान सहित दर्जनों ग्रामीणों ने बताया जिस कम्पनी द्वारा सौभाग्य योजना का कार्य हुआ है उसके इंजीनियर सद्दाम खान ने बताया कि मानक के अनुसार कार्य हुआ है कही कोई अनियमितता नही बरता गया है।जबकि मौके पर 100 के जगह सिर्फ 40 खम्भे लगे हुए है जिसमे से कुछ टूटे हुए खम्भे है।बावजूद इसके उसी टूटे हुए खम्भो को गार कर विद्युति लाइन खिंच दी गयी है।इस बाबत पूछने पर अधीक्षण अभियंता विवेक खन्ना ने बताया कि यह मामला मेरे संज्ञान में नही था आपके माध्यम से मुझे जानकारी मिली है इसकी जांच कराऊंगा और दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई करूंगा।समाचार लिखे जाने तक अधीक्षण अभियंता के निर्देश पर सम्बंधित कम्पनी के प्रोजेक्ट मैनेजर रोहित गौतम को जांच के लिए अधीक्षण अभियंता ने मौके पर भेज दिया है।इसी तरह की अनियमितता दुर्जनपुर, चांददीयर,धतुरीटोला,बकुलहा, जवाहरटोला,अचलगढ़ सहित दर्जनों गांव में हुआ है।
रिपोर्ट : धीरज सिंह
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