ईओ आत्महत्या कांड के आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कसा शिकंजा
मनियर, बलिया । नगर पंचायत की मनियर की
ईओ रही मणि मंजरी राय के चर्चित आत्महत्या मामले में अब तक नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से परिजनों का पुलिस की जांच से भरोसा डगमगाने लगा है. इस बीच मामले में आरोपियों की मदद करने के लग रहे लगातार आरोपों से बौखलायी बलिया एसओजी की टीम ने एक बार फिर हरकत में आ गयी है. यही कारण है कि लगातार दो दिनों से मनियर में चक्रमण कर रही है।
इसी क्रम में सोमवार को पुलिस ने ईओ आत्महत्या मामले के मुख्य आरोपी चेयरमैन भीम गुप्ता व कम्प्यूटर आपरेटर के परिजनों को थाने पर बुलाकर आरोपियों को हाजिर कराने के लिए कड़े शब्दो में चेतावनी दी।
चर्चा है कि रविवार की शाम पहुंची एसओजी की टीम ने आरोपियों के सम्भावित ठिकानों पर अपने मातहतों को भेजकर छानबीन की। वहीं सोमवार को जिले से पहुंची पुलिस ने मनियर थाने के सहयोग से मुख्य आरोपी चेयरमैन भीम गुप्ता के भाई अर्जुन व अमित कुमार उर्फ बालि तथा आरोपी कम्प्यूटर आपरेटर अखिलेश के भाई महेश को थाने पर बुलाकर आरोपियों के बारे में गहनता पूर्वक जानकारी लेने के साथ ही पुलिसिया भाषा में चेतावनी दी कि यदि आरोपी तत्त्काल हाजिर नहीं हुए तो आरोपियों के विरुद्ध कड़ा रूप अख्तियार करने पर विवश है। जिसका परिणाम परिजनों को भी भुगतना पड़ेगा।
ज्ञात हो कि बिगत 6 जुलाई को नगर पंचायत मनियर की ईओ रही मणि मंजरी राय ने बलिया कोतवाली स्थित आवास विकास कॉलोनी स्थित अपने आवास में सुसाइड लिख पंखे के हुक से लटकती हुई पाई गई थी। जिसमें मृतका के भाई विजयानन्द राय की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने मनियर चेयरमैन भीम गुप्ता, ईओ सिकंदरपुर संजय राव, टैक्स लिपिक विनोद सिंह, कम्प्यूटर आपरेटर अखिलेश व चालक चन्दन कुमार को आरोपी बनाया था। जिसमें ड्राइवर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। वहीं शेष आरोपी लगभग दो माह से पुलिस की पकड़ से दूर है। जिसके कारण लोगों के बीच पुलिस की कार्यशैली पर तरह तरह के सवाल उठ रहे है। वही मणि मंजरी के परिजनों का पुलिस से भी भरोसा उठता जा रहा है।
रिपोर्ट राम मिलन तिवारी
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