छपरा औडिहार खंड पर पैसेन्जर ट्रेनों के बंद से लोगों की बढ़ी मुश्किलें
रेवती (बलिया) छपरा औडिहार व छपरा मऊ के बीच आज पांच महीने से पैसेन्जर ट्रेनों के बंद होने से इस रूट के स्टेशन दिखाऊ शाह के डाल (शो पीस ) बन कर रह गये है । यात्री सहित मरिज के परिजनों को दवा ईलाज के नाम पर बलिया, मऊ व वाराणसी प्राईवेट साधन से आने जाने में समय के अतिरिक्त धन के खर्च के साथ काफी समय लग जाता है। जिले पर दहाडी मजदूरी, ठेला , खोमचा , दुकान में काम करने वाले तथा कामगार सभी के समझ भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है । दैनिक यात्रियों का कहना है कि जब ई रिक्शा, टेम्पु, कमान्डर जीप तथा बसे चल सकती है तो मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित कराते हुए ट्रेनें क्यों नहीं चल सकती कलकत्ता व छत्तीसगढ में लाखों प्रवासी व मजदूर कार्य करते है । सारनाथ दुर्ग व बलिया सियालदह एक्सप्रेस ट्रेन के बंद होने से गरीब परिवार सुख दुख में पैसे व साधन के अभाव में सम्मिलित नहीं हो पा रहे हैं । नगर पंचायत रेवती के अध्यक्ष प्रतिनिधि कनक पांडेय, भाजपा नेता कौशल सिंह, अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल रेवती अध्यक्ष वीरेंद्र गुप्ता आदि ने लोगों की दिक्कतों को देखते हुए छपरा औडिहार व छपरा मऊ के बीच एक एक पैसेन्जर ट्रेन के साथ पांच महिने से बंद सारनाथ दुर्ग व बलिया सियालदह एक्सप्रेस ट्रेन को चलाने की मांग भारत सरकार व रेल प्रशासन से की है ।
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पुनीत केशरी
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