ग्रामीण स्वास्थ्य पोषण दिवस पर शिथिल पड़ी गतिविधियां अब पूरी तरह हुई सामान्य : डा० राकिफ अख्तर
रतसर (बलिया) ब्लाक में विलेज हेल्थ एण्ड न्यूट्रीशन दिवस के अवसर पर समस्त 23 उपकेन्द्रों पर इसका आयोजन किया गया। इस दौरान कोविड सुरक्षा मानकों का पूरी तरह से ध्यान रखा गया। वहीं बच्चों को निमोनिया की वैक्सिन भी लगाई गई। महिलाओं को गर्भनिरोधक वितरित करने के साथ ही त्रैमासिक गर्भनिरोधक अंतरा इन्जेक्शन भी लगाए गए। प्रभारी चिकित्साधिकारी डा० राकिफ अख्तर के निर्देशन में ब्लाक के 23 उपकेन्द्रों पर आयोजित होने वाले वीएचएनडी सत्र कोविड- 19 प्रोटोकाल का पूरी तरह से ध्यान रखा गया। इस दौरान केन्द्र पर आने वाली महिलाओं व बच्चों को हाथ धुलने तथा स्वच्छ रहने के तरीके भी बताए गए। कोरोना काल में वीएचएनडी पर शिथिल पड़ी गतिविधियां अब पूरी तरह से सामान्य हो गई है। अधिकारी वीएचएनडी सत्रों पर पहुंचकर सुपरविजन भी कर रहे है। बीपीएम आशुतोष सिंह ने बताया कि इसके लिए पहले से ही तैयारियां की गई थी जिसका परिणाम रहा कि हर केन्द्र पर क्षेत्र की महिलाओं ने आकर सत्र का लाभ लिया। इस दौरान एएनएम, आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी पूरी तरह से कोविड प्रोटोकाल का अनुपालन करते हुए दिखे। वीएचएनडी में शामिल होने वाले सभी स्वास्थ्य कर्मियों को आवश्यक रूप से मास्क धारण करने और हाथों में दास्ताने पहनने के निर्देश दिए गए। एएनएम आशा पाण्डेय बताती है कि उपकेन्द्र और आंगनवाड़ी केन्द्रों में आने वाले लाभार्थियों को भी समझाया जाता है कि चेहरे पर मास्क या फिर कपड़ा बांधकर ही टीकाकरण के लिए पहुंचे। ऐसा न करने पर टीकाकरण सम्भव नही हो पाएगा। इसके साथ ही एक दूसरे से कम से कम दो गज की दूरी पर खड़े हो।
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सीएचसी प्रभारी डा० राकिफ अख्तर ने बताया कि वीएचएनडी का आयोजन दो बार बुद्धवार और शनिवार को किया जाता है। एएनएम, आशा व आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की भागीदारी से आयोजित होने वाले इस सत्र में गर्भवती व बच्चों को टीके लगाकर प्रतिरक्षित किया जाता है।
रिपोर्ट : धनेश पाण्डेय
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