लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के जूही थाना क्षेत्र स्थित रत्तूपुरवा गांव में अपनी ससुराल आए एक सिरफिरे युवक ने घर में आग लगा दी। इस घटना में पत्नी सहित छह लोग गंभीर रूप से झुलस गए। चीख पुकार सुनकर मौके पर लोग पहुंच गए और पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने सभी को उर्सला अस्पताल में भर्ती कराया है। जिसमें तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है। हादसे के पीछे जो वजह निकल कर सामने आई वो काफी हैरान करने वाली है।
दरअसल, एक सिरफिरा युवक शुक्रवार सुबह 4 बजे अपनी ससुराल जूही रत्तूपुरवा पहुंचा और पत्नी से साथ चलने की बात कही। जब पत्नी उसके साथ चलने के लिए राजी नहीं हुई तो युवक ने घर पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी। रत्तूपुरवा निवासी हीरालाल प्राइवेट नौकरी करते है। हीरालाल ने तीन साल पहले अपनी बेटी मनीषा की शादी हरदोई निवासी मुकेश से की थी। मनीषा के चाचा कमलेश उर्फ कल्लू का आरोप है कि मनीषा के गर्भवती होने के बावजूद मुकेश उसे मारता पीटता था।
करीब छह माह पहले उसे मायके ले आये थे, जहां एक माह पहले मनीषा ने बच्चे को जन्म दिया। कमलेश ने बताया कि शुक्रवार सुबह करीब चार बजे मुकेश घर के बाहर आकर शोर मचाने लगा। मुकेश पत्नी को साथ ले जाने का दबाव बना रहा था। जैसे ही वह ऊपर अपने कमरे से निकले तभी उसने कमरे में दरवाजे के नीचे पेट्रोल डालकर लाइटर जला दिया। पेट्रोल की आग धधक उठी।
आग के बीच घर के लोगों ने किसी तरह शोर मचाकर पड़ोसियों को इकट्ठा किया। इस घटना में हीरालाल, उनकी पत्नी शिवकुमारी, बेटी मनीषा, राधा, वंदना, उमा सभी गंभर रूप से झुलस गए है। सभी को उर्सला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालांकि, मनीषा के मासूम बच्चे को किसी तरह की चोटें नहीं आई है। वहीं, इस घटना के बाद मौके पर एसीएम प्रथम आरपी वर्मा, एसपी साउथ सहित जूही थाने की फोर्स पहुंची। एसपी साउथ दीपक भूकर ने बताया कि मामले में तहरीर मिली है। आरोपित की गिरफ्तारी के लिए चार टीमें गठित की गई हैं। जल्द उसे गिरफ्तार किया जाएगा।
डेस्क
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