जब दवाईयां हुई बेअसर तब मां के प्रसाद ने दिखाया चमत्कार
बलिया: इसे चमत्कार करें या मां काली की कृपा, लेकिन हैं हकीकत तभी तो बक्सर जनपद के चकनी गांव निवासी मोहन यादव पुत्र स्व. राम नाथ यादव को जब मेडिकल साइंस में निराश किया तो महज मां काली के प्रसाद और पुजारी रामबदन भगत द्वारा दी गई जड़ी बूटियों के सेवन से हृदय रोग का मर्ज जाता रहा. अपनी व्यथा सुनाते हुए मोहन यादव बताते हैं कि एक वर्ष उन्हें अचानक सीने में दर्द हुआ.शुरुआती दिनों में तो उन्होंने इसे हल्के में लिया और पहले इलाकाई फिर बक्सर जिला अस्पताल के डॉक्टरों से उपचार कराया, लेकिन बीमारी ठीक होने की बजाए लगातार बढ़ती जा रही थी.
इसके बाद उन्होंने दर्द के उपचार के लिए आरा और पटना में डॉक्टरों उपचार कराया, जहां डॉक्टरों ने एम्स जाने की सलाह दी. इसी दौरान उन्हें भोजपुर के सुनील साह ने पकड़ी धाम स्थित मां काली मंदिर की महिमा के बारे में बताया और वहां जाकर मां की स्तुति करने की सलाह दी.
मरता क्या न करता की तर्ज पर दर्द की पीड़ा से कराहते हुए मोहन पकड़ी धाम स्थित काली मंदिर पहुंचे और मंदिर के पुजारी और मां काली के अनन्य उपासक रामबदन भगत से अपनी समस्या बताई. मोहन की व्यथा सुन पुजारी ने पहले उन्हें मां का प्रसाद दिया. इसके बाद तो मानों चमत्कार सा हुआ हुआ, जिस पीड़ा के निदान के लिए वह बक्सर समेत तमाम बड़े शहरों के डॉक्टरों के यहां चक्कर लगाए और निराश होकर लौट आए वह पकड़ी धाम स्थित मां काली के मंदिर में आते ही छूमंतर हो गया.
डेस्क
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