सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधियों द्वारा अपने वर्चस्व की लड़ाई में बलिया की जनता चक्की के अनाज की तरह पीस रही : कान्हजी
बलिया।सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधियों द्वारा अपने -अपने वर्चस्व की लड़ाई में बलिया की जनता चक्की के अनाज की तरह पीसी जा रही है और विकास से वंचित हो रही है।
उक्त बातें समाजवादी पार्टी के जिला प्रवक्ता सुशील पाण्डेय"कान्हजी" ने शुक्रवार को प्रेस को जारी अपने बयान में कहा कि समाजवादी पार्टी की जब प्रदेश में सरकार थी तो बलिया जनपद को अन्य जनपदों की अपेक्षा बहुत अधिक विकास की योजना मिली थी , जिसमे गंगा नदी पर उतना बड़ा पुल जो बन तो गया है लेकिन उसके सम्पर्क मार्ग अब तक वर्तमान सरकार और उसके नुमाइन्दे नही बनवा पाए। उसी प्रकार घाघरा नदी पर चाँदपुर में बन रहे पुल को भी ईर्ष्या वश पूरा करने में बिलम्ब किया जा रहा है। खरीद घाट पर बन रहे पुल का कार्य भी संतोषजनक नही है।पता नही वर्तमान सरकार का पैसा कहाँ जा रहा है। बलिया जनपद के विकास हेतु मील के पत्थर की तरह है जननायक चंद्रशेखर वि. वि. जिसे सपा सरकार ने ही बलिया को दिया, आश्चर्य इस बात की है कि लगभग 4 वर्ष वर्तमान सरकार के बने हो गए लेकिन उस वि. वि. के विकास हेतु एक धेला भी इस सरकार ने नही दिया।स्पोर्ट कालेज अबतक तैयार नही हुआ।जनपद में मात्र एक राष्ट्रीय राजमार्ग है उसकी दुर्दशा बयां करने के लिए कोई शब्द नही है।वह मार्ग दुर्घटना मार्ग के रूप में तब्दील हो गई है।आये दिन लोगों का उग्र प्रदर्शन होता रहा है लेकिन सरकार के कान पर जूँ नही रेंग रहा। बलिया शहर की बात करें तो स्थिति अत्यन्त नरकीय है। रोज कहीं जाम लगा रहता है तो कही नाली धंसी हुई है। लेकिन इन समस्याओं के तरफ सरकार और उसके लोगो का ध्यान नही है सिर्फ सत्ता की मलाई और उसके लिए जनपद को अपने स्वार्थ साधने हेतु रण भूमि बनाया जा रहा है। स्वस्थ सेवाएं शायद ही प्रदेश के किसी जिले की इतनी बदतर हो। इसे दुरुस्त करने के उद्देश्य से ही अखिलेश यादव की सरकार में बलिया को ट्रामा सेंटर दिया गया जो बन कर तैयार भी है लेकिन वर्तमान काबिल लोग उस ट्रामा सेंटर को चालू तक नही करा पाए।अगर वह ट्रामा सेंटर चालू हो जाय तो बलिया में प्रत्येक वर्ष इलाज के अभाव में मरने वाले सैकड़ो लोगो की संख्या में कमी हो सकती है।
कान्हजी ने कहा कि बलिया के लोगो की नजर इन लोगो के सभी करतूतों पर है लोग अभी नही बोल रहे बल्कि अपनी बारी यानि कि 2022 का इन्तजार कर रहे है फिर इन बातों की रोटी पकाने वाले लोग दूर -दूर तक नजर नही आएंगे।
रिपोर्ट : धीरज सिंह
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