कुष्ठ रोग उन्मुलन दिवस पर निकली जन जागरुकता रैली
रतसर,बलिया : राष्ट्रीय कुष्ठ निवारण कार्यक्रम के तहत कुष्ठ रोग उन्मुलन दिवस पर जन जागरुकता रैली शनिवार को निकाली गई। रैली टाउन डिग्री कालेज चौराहा से शुरू होकर मुख्य चिकित्साधिकारी के कार्यालय पर सम्पन्न हुई। रैली को मुख्य चिकित्साधिकारी डा० राजेन्द्र प्रसाद एवं मुख्य विकास अधिकारी डा० विपिन जैन द्वारा संयुक्त रुप से हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। रैली में शान्ति इंस्टीट्यूट आफ नर्सिंग एवं पैरा मेडिकल कालेज मझौली की छात्राओं ने बढ चढ कर हिस्सा लिया। इस दौरान छात्राओं ने "दाग चकत्ता सुन्न निशान, कुष्ठ रोग की है पहचान " एवं महात्मा गांधी का था सपना, कुष्ठ मुक्त हो भारत अपना" आदि नारे लगाए, इसके बाद जिला कुष्ठ अधिकारी कार्यालय पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 74 वीं पुण्यतिथि पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर महात्मा गांधी के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। इसके बाद मुख्य चिकित्साधिकारी डा० राजेन्द्र प्रसाद एवं जिला कुष्ठ अधिकारी डा० एस.के. तिवारी ने कुष्ठ रोगी से सम्बन्धित शपथ दिलाई और कुष्ठ रोग के प्रति महात्मा गांधी के विचारों को बताया। मुख्य चिकित्साधिकारी ने कहा कि इस दिवस को मनाने का उद्देश्य लोगों में इस रोग के प्रति जागरूकता फैलाना है। जिला कुष्ठ अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा कुष्ठ रोगियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए हर वर्ष 30 जनवरी को उनकी पुण्यतिथि कुष्ठ रोग निवारण दिवस के रुप मे मनाया जाता है। इस वर्ष अभियान की थीम " कुष्ठ के विरुद्ध, आखिरी युद्ध "निर्धारित की गई है साथ ही उन्होने कहा कि कुष्ठ निवारण कार्यक्रम के तहत स्पर्श कुष्ठ रोग जागरूकता अभियान 31 जनवरी से 13 फरवरी तक चलेगा। अभियान के दौरान समुदाय में कुष्ठ रोग के लक्षणों व उपचार के प्रति जागरुकता फैलाई जाएगी। इस अवसर पर अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा० एच.एन. प्रसाद, डा०जी.पी.चौधरी,डीपीएम डा०आर.बी.यादव, डब्लु एचओ डा० नकीब, शांति इन्सीट्यूट से डा०आर.बी.एन. पाण्डेय, रविशंकर दूबे सहित समस्त एनएमए., एनएमएस एवं पीएमडब्लू ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का संचालन पर्यवेक्षक धनेश कुमार पाण्डेय ने किया।
रिपोर्ट : धनेश पाण्डेय
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