क्षत्रिय भारत महासभा का गठन
मनियर, बलिया । क्षत्रिय भारत महासभा का गठन क्षत्रिय समाज पर हो रहे अत्याचार अनाचार के खिलाफ संगठन को मजबूत करने के उद्देश्य से किया गया है। क्षत्रिय समाज संगठित न होने के कारण अपने आप को उपेक्षित महसूस कर रहा है ।उसके साथ कोई भी राजनीतिक दल खड़ा नहीं हो पा रहा है क्योंकि यह जाति संगठित नहीं है।
उक्त बातें क्षत्रिय भारत महासभा के परिचायक बैठक में भारत महासभा के राष्ट्रीय वरिष्ठ महामंत्री अनिल कुमार सिंह ने कस्बा स्थित महाशक्ति सिंह उर्फ कंचन जी के आवास पर रविवार को कही।श्री सिंह ने कहा कि क्षत्रिय भारत महासभा एक गैर राजनीतिक संगठन है ।इसका राजनीत से कुछ लेना-देना नहीं है लेकिन इस समाज के ऊपर बिना जांच पड़ताल किए हरिजन एक्ट सहित आदि मुकदमा दर्ज कर लिए जाते हैं ।संगठन के स्वजातीय बंधु भी उसकी मदद में नहीं आते ।उन्होंने कहा कि पूरे जनपद में संगठन का विस्तार किया गया है अन्य जनपदों एवं प्रदेशों में भी इसका विस्तार जारी है। महाशक्ति सिंह ने कहा कि क्षत्रिय भारत महासभा की आवश्यकता महसूस की जा रही थी ।हर राजनीतिक दल हम लोगों का वोट तो लेता है लेकिन संगठन न होने के कारण हमें महत्व नहीं देता है। सभा को मुख्य रूप से आनंद प्रकाश सिंह ,वीरेंद्र सिंह सेवक ,मृत्युंजय सिंह, मैनेजर सिंह ,अखिलेश सिंह ,अश्वनी सिंह, देवेंद्र सिंह, राजू सिंह ,बच्चा सिंह , रविंद्र सिंह, आशीष सिंह ,संकल्प सिंह, अभय सिंह ,बच्चा सिंह ,जितेंद्र सिंह, सुनील सिंह, सूरुज सिंह ,बालेश्वर सिंह सहित आदि लोगों ने संबोधित किया ।अध्यक्षता महाशक्ति सिंह उर्फ कंचन जी एवं संचालन योगेंद्र सिंह ने किया।
रिपोर्ट : राममिलन तिवारी
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