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जानें कैसे जलेबी खाने से ठीक हुई सुगर की बीमारी

  



बलिया: इसे चमत्कार कहें या मां काली की कृपा, लेकिन हैं हकीकत तभी तो उत्तर प्रदेश के मऊ जनपद के अरदौना गांव निवासी अनिल कुमार भारती पुत्र रामचंद्र राम की सुगर की बीमारी जब दवा से नहीं ठीक हुई तो मां काली के प्रसाद जलेबी और पुजारी रामबदन भगत द्वारा दी गई जड़ी बूटियों के सेवन से उसकी सुगर की बीमारी ठीक हो गई. अपनी व्यथा सुनाते हुए अनिल बताते हैं कि कुछ समय पूर्व उनको सुगर की बीमारी हुई. शुरुआती दिनों में तो उन्होंने इसे हल्के में लिया और पहले इलाकाई फिर मऊ जिला अस्पताल के डॉक्टरों से उपचार कराया, लेकिन बीमारी ठीक होने की बजाए लगातार बढ़ती जा रही थी. एक समय ऐसा आया जब शुगर का लेवल 499 तक पहुंच गया. इसी दौरान उन्हें एक मित्र ने पकड़ी धाम स्थित मां काली मंदिर की महिमा के बारे में बताया और वहां जाकर मां की स्तुति करने की सलाह दी.



 मरता क्या न करता की तर्ज पर अनिल परिजनों के साथ पकड़ी धाम स्थित काली मंदिर पहुंचे और मंदिर के पुजारी और मां काली के अनन्य उपासक रामबदन भगत से अपनी समस्या बताई. उनकी व्यथा सुन पुजारी ने पहले उन्हें मां का प्रसाद दिया और मां से अपनी अर्जी लगाने और जलेबी चढ़ा कर खाने के साथ ही औषधियों के नियमित सेवन की बात कही. अनिल बताते हैं कि इसके बाद मानों चमत्कार सा हुआ, जिस सुगर के निदान के लिए वह  तमाम बड़े डॉक्टरों के यहां चक्कर लगाए और निराश होकर लौट आए वह पकड़ी धाम स्थित मां काली के मंदिर में आते ही छूमंतर हो गया और अब शुगर का लेवल 114 पर आ गया है.




डॉक्टर ने खाई जलेबी और ठीक हो गई शुगर की बीमारी



कुछ ऐसी ही कहानी बिहार प्रांत के सिवान जिला के बिशुनपुर गाँव निवासी डाक्टर यादव पुत्र बब्बन यादव की है. पेशे से चिकित्सक डॉक्टर यादव दूसरे की बीमारियों का इलाज तो करते थे लेकिन जब उनका शुगर बढ़ गया  तो स्वयं को  असहाय महसूस करने लगे. हालात इतने बदतर हो गए कि उनका शुगर लेवल अनियंत्रित होकर 418 पर पहुंच गया. इसके इलाज के लिए जब वह डॉक्टरों के यहां गए तो उन्होंने कहा कि केवल परहेज से ही इस पर काबू पाया जा सकता है. इसी दौरान उनके एक मित्र ने पकड़ी धाम स्थित मां काली मंदिर में जाने और वहां जलेबी चढ़ाकर खाने से शुगर ठीक होने की बात बताई. 





इसके बाद वह फेफना थाना क्षेत्र के पकड़ी धाम स्थित काली मंदिर आए और वहां के पुजारी रामबदन भगत से अपनी बात बताई. भगत की सलाह पर उन्होंने परिसर में लगे मेले की दुकानों से जिलेबी खरीदा और मां को भोग लगाने के उपरांत उसका सेवन किया. इसके बाद तो मानों चमत्कार सा हो गया और उनका शुगर लेवल बिना किसी दवा के नियंत्रित हो गया. वह बताते हैं कि अब उन्हें किसी प्रकार की दवा की जरूरत नहीं पड़ती है.



 

डेस्क


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