कोरोना टीकाकरण के बाद भी सावधानी जरूरी : मुख्य चिकित्सा अधिकारी
रिपोर्ट : धीरज सिंह
बलिया। कोरोना का टीका स्वास्थ्य कर्मी,फ्रंट लाइन वर्कर्स, 60 साल से ऊपर के बुजुर्ग एवं 45 से 59 वर्ष तक के गंभीर रोग से ग्रसित लोगो को दी जा रही है। फिर भी सावधानी रखना बेहद जरूरी है। यह कहना है मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ० राजेन्द्र प्रसाद का।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी बताते हैं कोरोना वैक्सीन की दूसरी खुराक लेने के बाद ही लाभार्थी के शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित होगी और वह पूरी तरह संक्रमण से सुरक्षित होगा लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि कोरोना वायरस उनके शरीर में नहीं प्रवेश करेंगे। वायरस पहले की ही तरह उनके शरीर में प्रवेश करेगा लेकिन मजबूत इम्यूनिटी के कारण वह शरीर में बीमारी पैदा नहीं कर पाएगा। लेकिन फिर भी ऐसे में जब तक करीब 70 फ़ीसदी लोगों का टीकाकरण नहीं हो जाता लाभार्थी मास्क, हाथों की सफाई ,और शारीरिक दूरी का पालन जरूर करें।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि बेशक कोरोना से बचाव का टीका आ गया और जनपद में कोविड-19 भी काबू में हैं फिर भी लोगों को पहले की तरह अपनी जिन्दगी सामान्य बनाने में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए।उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में लोगों ने यह मानकर की कोविड-19 खत्म हो चुका है लापरवाही बरतना शुरू कर दिया है यह लापरवाही भारी पड़ सकती है। प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग और लोगों के सामूहिक प्रयास से कोविड पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है परंतु अब भी पता नहीं हमारे बीच कौन पाजीटिव हो। इसलिए कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते रहे सार्वजनिक स्थलों जैसे रेलवे व बस स्टेशनों,बाजार, शादी-विवाह व अन्य समारोहों में खास सावधानी बरतें यानि मास्क,दो गज की दूरी, हाथों की सफाई व सैनेटाइजर का प्रयोग कतई न छोडे़।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा.हरिनन्दन प्रसाद ने बताया कि कोविड-19 खत्म हो चुका है यह मानने की गलती नहीं करनी चाहिए। कोविड के मामलों पर काबू पाने में बचाव के उपायों की खास भूमिका रही। बचाव के उपाय आगे भी जारी रखें क्योंकि अभी कोरोना टीकाकरण के तीसरे चरण की शुरुआत हुई है जिसमें 60 वर्ष से ऊपर के बुजुर्ग और 45 से 59 साल तक के गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों का ही टीकाकरण किया जा रहा है, टीका अभी केवल स्वास्थ्य कर्मियों, फ्रन्टलाइन वर्कर्स को लगा हैं। इनमें भी अभी बड़ी संख्या में ऐसे वर्कर्स है जिन्हें केवल एक ही डोज लगी हैं।इसलिए टीकाकरण के बाद सावधानी उतनी ही जरूरी है।
No comments