राम कथा अमृत रस है, इसका रसपान करने वाले सही मार्ग का अनुसरण करते है: अरुण जी
बेल्थरारोड, बलिया। नगरा क्षेत्र के मलप हरसेनपुर गांव में श्रीराम जानकी मंदिर की प्रथम वर्षगाठ पर मन्दिर समिति द्वारा भव्य शोभा यात्रा निकाली गई। हाथी घोडा व बाजे गाजे व श्रीराम सीता की अलौकिक झांकियों के साथ निकली शोभा यात्रा में शामिल हजारों श्रद्धालु पूरे गांव का भ्रमण करते हुए प्राचीन शिवमंदिर पर पहुंचे। वहां स्थित सरोवर से कलश में जल भरने के बाद ग्राम भ्रमण करते हुए पुनः राम जानकी मंदिर पर पहुंचे। शोभा यात्रा के दौरान जय श्रीराम के उद्घोष से पूरा वातावरण ही राममय हो गया था। शोभा यात्रा के बाद पं. चतुर्भुज पांडेय की अगुवाई में काशी के वैदिक विद्वानों द्वारा रुद्राभिषेक किया गया। इससे पूर्व शुक्रवार को सायंकाल वृंदावन से पधारे अरुण महराज ने श्रद्धालुओं को राम कथा का रसपान कराते हुए कहा कि राम कथा अमृत रस है इसका पान करने वाले जीवन में सही मार्ग का अनुसरण करते हैं। मानव ही नही देवता भी श्रोता बन कर श्रीराम कथा का श्रवण करने को आतुर रहते हैं। कथा वाचक ने कहा कि राम का नाम सीधा या उल्टा जपने में कोई विभेद नही है। बाल्मिकी डाकू थे उनका पूरा समय मार काट में ही व्यतीत हुआ लेकिन भगवान का उल्टा नाम जपते जपते वे ऋषि बन गए। कहे कि वर्तमान में राम का नाम जपने से ही सारे फल की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि भगवान की आराधना के लिए स्वच्छ व पवित्र मन की जरूरत होती है। यह धरती स्वर्ग से भी सुंदर है। यही कारण है कि स्वर्ग से भी देवता गण धरती पर आने के लिए तरसते है। व्यवस्थापक अजय मिश्र,वृज भूषण सिंह, अनिल सिंह, अभिनंदन मिश्र, विश्राम कुशवाहा, वीर बहादुर सिंह, शशिधर सिंह, हरिओम मिश्रा, मृत्युंजय गिरी आदि उपस्थित रहे।
संतोष द्विवेदी
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